'लाडली बहनों' के जीवन पर खतरा, कांटों और कीचड़ से पटे हैं रास्ते, चारपाई है एक मात्र सहारा

Health and Road Problems: मऊगंज में महिलाओं को डिलीवरी के लिए अस्पताल तक जाना मुश्किल बन गया है. सड़क नहीं होने के कारण खाट पर महिलाओं को अस्पताल ले जाया जाता है. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
मऊगंज में प्रेगनेंट महिला को खाट पर ले जाना पड़ा अस्पताल

Mauganj News: एक ओर जहां सरकार "लाडली बहना योजना" के तहत महिलाओं के सशक्तिकरण और सम्मान की गाथा गा रही है, वहीं जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान कर रही है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मऊगंज जनपद के बधाईयां गांव की एक गर्भवती महिला (Pregnant Woman) को प्रसव पीड़ा के दौरान खाट पर लिटाकर कीचड़ और कांटों के रास्ते अस्पताल ले जाया गया, क्योंकि न एंबुलेंस पहुंच सकी और न ही प्रशासन... गांव के वार्ड क्रमांक 9 में सड़कों का अस्तित्व नहीं, बल्कि कांटेदार तारों की दीवारें हैं, जो न सिर्फ रास्ता रोकती हैं, बल्कि इंसानियत को भी लहूलुहान करती हैं. परिजनों के अनुसार, रास्ते पर जब-जब सुधार की मांग की गई, प्रशासन ने कानों में रूई ठूंस ली.

कांटों पर चलती जिंदगी

बधाईयां गांव में कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा रास्तों पर अवैध रूप से कांटेदार तारें लगा दी गई हैं, जिससे आमजन का निकलना भी मुश्किल हो गया है. नतीजा, मरीजों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं को या तो घर में तड़पना पड़ता है या फिर खाट पर उठा कर कीचड़ और कांटों के बीच से अस्पताल ले जाया जाता है. एक वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे एक महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही है और गांववाले उसे कांटों के बीच से उठाकर ले जा रहे हैं. यह दृश्य किसी इंसानी बस्ती का नहीं, मानो किसी त्रासदी से ग्रस्त युद्ध क्षेत्र का हो.

Advertisement

ये भी पढ़ें :- सुप्रीम कोर्ट के बाद हाईकोर्ट पहुंचे भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य, ED की गिरफ्तारी को बताया अवैध

Advertisement

कोई अधिकारी नहीं

इस गांव में रहने वाले लोगों का सवाल है कि चुनावों के वक्त घर-घर दस्तक देने वाले नेता अब कहां हैं, गांव की यह स्थिति कोई एक दिन की नहीं, वर्षों से चली आ रही है. लेकिन, न कोई विधायक दिखा, न सरपंच की सुनवाई हुई, और न ही कोई अधिकारी आया.

Advertisement

ये भी पढ़ें :- सावधान ! MP में ऑनलाइन हों तो संभलकर, साइबर अपराधियों की आ गई है 'मौज'

Topics mentioned in this article