MP के इन अस्पतालों में भूलकर भी न कराना इलाज ! जानिए क्यों रद्द हुई 8 अस्पतालों की मान्यता?

मध्य प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना में बड़ा घपला सामने आया है. इसे लेकर प्रशासन इतना सख्त है कि राज्य के अलग-अलग शहरों में मौजूद 8 बड़े अस्पतालों की मान्यता रद्द कर दी गई है. दरअसल जांच में ये पाया गया कि ये अस्पताल आईसीयू में मरीजों को जबरन भर्ती कराते थे और आयुष्मान योजना के तहत पैसे बना रहे थे.

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Fraud in Ayushman Bharat Yojana: मध्य प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना में बड़ा घपला सामने आया है. इसे लेकर प्रशासन इतना सख्त है कि राज्य के अलग-अलग शहरों में मौजूद 8 बड़े अस्पतालों की मान्यता रद्द कर दी गई है. दरअसल जांच में ये पाया गया कि ये अस्पताल आईसीयू में मरीजों को जबरन भर्ती कराते थे और आयुष्मान योजना के तहत पैसे बना रहे थे. जिन अस्पतालों की मान्यता रद्द की गई है वो हैं- भोपाल का सूर्यांश मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल, मेट्रो सिटी अस्पताल, साईं अस्पताल, भगवती नर्सिंग होम, प्रभु प्रेम नेत्रालय हॉस्पिटल, एमडीसी अस्पताल और ग्वालियर का सर्वधर्म मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल और सीहोर का सानिया हॉस्पिटल. 

दरअसल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य के स्वास्थ्य विभाग की एक संयुक्त टीम ने ऐसे तमाम अस्पतालों का दौरा किया था जो आयुष्मान योजना के लाभार्थी हैं.इसी के आधार पर एक जांच रिपोर्ट तैयार की गई जिसमें प्रदेश के 8 अस्पतालों में फर्जीवाड़ा का पता चला. जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की. 

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बताया जा रहा है कि 22 अप्रैल से शुरू हुए इस औचक निरीक्षण में आयुष्मान भारत की 19 टीमें पूरे प्रदेश में फिजिकल वेरिफिकेशन कर रही हैं. जांच में पाया गया है कि ये अस्पताल मरीजों से इलाज के नाम पर अतिरिक्त पैसे वसूल रहे थे, जबकि आयुष्मान योजना के तहत इलाज पूरी तरह फ्री है. इसके अलावा इनमें से कई अस्पतालों में वार्ड, बेड, ऑपरेशन थिएटर और आईसीयू की सफाई भी स्तरहीन मिली. ये अस्पताल मरीजों को अनावश्यक तौर पर ICU में भर्ती कर रहे थे और उनके परिजनों को भी गलत जानकारी दे रहे थे. फिलहाल जिन अस्पतालों की मान्यता रद्द की गई है, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो उन्हें ब्लैकलिस्ट किया जाएगा और जुर्माना भी लगाया जाएगा.  
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