MP Crime News : मध्य प्रदेश के रतलाम की बिलपांक पुलिस ने सुपारी लेकर हत्या को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दरसल, गुजरात के अहमदाबाद में तीन दिन पहले एक फल व्यापारी की गोली मारकर हत्या की गई थी. हत्या कर तीनों आरोपी राजस्थान भाग गए थे, मामले में फरार तीन कॉन्ट्रेक्ट किलर को पकड़ने गुजरात पुलिस इनका पीछा कर रही थी, कॉन्ट्रेक्ट किलरों के पास हथियार होने के चलते वह उन्हें पकड़ नहीं पा रही थी.
नाकाबंदी में फंस गए
अहमदाबाद पुलिस ने रतलाम एसपी से संपर्क किया और आरोपियों को पकड़ने के लिए मदद मांगी, जिस पर रतलाम एसपी ने तीन दल का गठन किया. बिलपांक पुलिस ने फोरलेन के टोल नाका पर निरीक्षक अयूब खान के नेतृत्व में नाकाबंदी की गई.पुलिस ने राजस्थान रोडवेज की एक बस को रोका और तलाशी के दौरान तीनों शूटरों को हिरासत में लिया. शूटरों की तलाशी के दौरान उनके पास से लोडेड पिस्टल, एक मैगजीन सहित खंजर बरामद किया गया.
उदयपुर से भोपाल जा रहे थे हत्यारे
थाने लाकर पूछताछ में कॉन्ट्रैक्ट किलर्स द्वारा 14 तारीख को अहमदाबाद में हत्या कर फरार होने की बात कबूल की. शूटरों ने रतलाम पुलिस को बताया कि वह गुजरात में हत्या कर राजस्थान भाग गए थे. रविवार शाम को तीनों शूटर राजस्थान की रोडवेज बस में उदयपुर से सवार हुए और भोपाल जा रहे थे, हिरासत में लिए गए तीनों शूटरों को रतलाम की बिलपांक पुलिस ने गुजरात पुलिस के सुपुर्द कर दिया.
भतीजे से मिली थी 25 लाख रुपये की सुपारी
हत्या के बाद सुपारी देने वाला भतीजा अशोक के अलावा तीनों आरोपी भाग गए थे. आरोपी अशोक गुजरात में पुलिस को जांच में सहयोग का दिखावा कर रहा था. रतलाम पुलिस के सहयोग से शूटर पकडने के बाद हत्या का मास्टरमाइंड अशोक ने भी कुबूल कर लिया कि उसी ने चाचा को मारने के लिए 25 लाख रुपए की सुपारी दी थी. सुपारी की कुल रकम में से शूटरों को अभी 75 हजार रुपए का ही भुगतान किया गया था.
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शक की वजह से भतीजे ने दी थी चाचा की सुपारी
आरोपी अशोक से यह सुपारी अन्नू राजपूत को सौंपी थी. वारदात के दिन अन्नू राजपूत, कुलदीप और अंकित एक बाइक पर बैठकर व्यापारी की दुकान के पास से गुजरे और फायरिंग की. फायरिंग में एक गोली मृतक के कान के नीचे लगी थी. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी मौत हो गई थी. इस हमले से एक महीने पहले एक शख्स पर भी चाकू से भी हमला हुआ था. ये हमला भी आरोपी अशोक के कहने पर हुआ था. आरोपी अशोक को शक था कि उसके पिता की हत्या इन्होंने करवाई थी. इस वजह से उसने अपने चाचा को मारने के लिए सुपारी दी थी.
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