पकड़ा गया इंटरनेशनल साइबर ठग, 10 करोड़ की ठगी में रहा शामिल; देश के कोने-कोने से लोगों को बनाया निशाना

Chhattisgarh Hindi News: साइबर सेल के साथ राजनांदगांव पुलिस ने एक इंटरनेशनल साइबर ठग को गिरफ्तार किया है. उसके अपने साथियों के साथ मिलकर कई जगहों पर गैंग का साथ दिया.

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Rajnandgaon News: मिशन साइबर सुरक्षा के तहत साइबर सेल (Cyber Cell) और राजनांदगांव की कोतवाली थाना पुलिस ने कंबोडिया स्कैम सेंटर (Cambodia Scam Center) के इंटरनेशनल साइबर ठग (International Cyber Thug) को पुणे से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पहले भी इंटरनेशनल साइबर ठगों के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरोह ने देश के विभिन्न राज्यों में लगभग 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की थी. पुलिस ने इस मामले का प्रेस वार्ता कर खुलासा किया है.

पुलिस ने खुलासा किया कि इंटरनेशनल साइबर ठगों का गिरोह कंबोडिया स्थित स्कैन सेंटर में नौकरी दिलाने और अन्य कंपनियों में इन्वेस्टमेंट करने के नाम पर ठगते थे. राजनांदगांव जिले के रहने वाले रुपेश साहू से भी इन ठगों का शिकार हुए थे.

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कौन है गिरफ्तार आरोपी

इस मामले में पुलिस जांच कर रही थी और चार ठग पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे. पुलिस ने आरोपी अलकेश कुमार प्रेमजी भाई मांगे को पुणे (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया है. आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त दो मोबाइल, दो एटीएम कार्ड और 8 सिमकार्ड बरामद हुए हैं. आरोपियों ने देश भर में अलग-अलग तरीके से ठगी की घटना को अंजाम दिया था.

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इसी वर्ष कंबोडिया गया था आरोपी

इंटरनेशनल ठग गिरोह ने पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया. आरोपी अलकेश मांगे इसी साल जनवरी में कंबोडिया गया था. उसके बाद लौटकर आया और अपने साथियों के साथ मुंबई में अलग-अलग तरीकों से सक्रिय रहा. वह कंबोडिया स्थित स्कैन सेंटर को बैंक खाता व सिमकार्ड उपलब्ध कराने के लिए काम करता था. पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और विभिन्न सामान बरामद कर पूरे मामले की जांच की जा रही है.

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