रागिनी की वीरगाथा! शिवपुरी की बेटी का कमाल, राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार में चयन, दिल्ली में हुआ सम्मान

Project Veer Gatha: देश के सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 1.76 करोड़ से अधिक स्कूली छात्रों ने प्रोजेक्ट वीर गाथा 4.0 में उत्साहपूर्वक भाग लिया था. छात्रों ने सशस्त्र बलों के अधिकारियों व कर्मियों की बहादुरी और बलिदान के सम्मान में कविताएँ, पेंटिंग, निबंध, वीडियो आदि भेजे थे.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Veer Gatha Project Winners: रागिनी जाटव

Veergatha Project 4.0 Winners: शिवपुरी (Shivpuri) की नन्ही बेटी रागिनी ने मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) का नाम देश भर में रोशन किया है. वह वीरगाथा परियोजना (Project Veergatha) में चयनित हुई हैं और मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र बालिका के रूप में उभर कर सामने आई हैं. उन्हें दिल्ली में 10 हजार रुपए का पुरस्कार भी दिया गया. इस परियोजना का उद्देश्य वीरता पुरस्कार विजेताओं के बहादुरी भरे कार्यों और इन नायकों की जीवन से जुड़ी कहानियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.

कौन हैं रागिनी?

रागिनी जाटव मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की बदरवास तहसील के दहरदागणेश गांव की रहने वाली कक्षा पांचवी की छात्रा हैं. इस परियोजना में मध्य प्रदेश भर में से चयनित होने वाली रागिनी पहली और एकमात्र बालिका हैं. केंद्र सरकार वीरगाथा परियोजना चलाती है, इस परियोजना में विभिन्न प्रदेशों के प्रतिभागी भाग लेते हैं, जिनमें लेखन ड्रॉइंग आदि कलाओं पर प्रतियोगिता होती है. जिसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को केंद्र सरकार पुरस्कृत करती है. इसी क्रम में इस बार शिवपुरी की नन्ही बिटिया रागनी ने मध्य प्रदेश सहित शिवपुरी का नाम रोशन करते हुए देश में अपनी जगह बनाई है. पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाली रागिनी ने पेंटिंग के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन किया और इस प्रतियोगिता में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्राप्त किया.

Advertisement
यह प्रतियोगिता दिल्ली में आयोजित की गई थी और इस प्रतियोगिता में विजेता बनी रागनी जब शिवपुरी पहुंची तो जिला कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने उन्हें पुरस्कृत करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की जिला कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने भी उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर उनकी अद्भुत पेंटिंग कला की प्रशंसा की और कहा कि इस तरह की प्रतिभाएं यकीनन अपने क्षेत्र मां-बाप और गुरु का नाम रोशन करती हैं.

प्रोजेक्ट वीर गाथा को गैलेंट्री अवार्ड्स पोर्टल (GAP) के तहत 2021 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य गैलेंट्री अवार्ड्स यानी वीरता पुरस्कार विजेताओं के बहादुरी के कार्यों का विवरण और छात्रों के बीच इन बहादुरों की जीवन गाथाओं को प्रसारित करना था, ताकि देशभक्ति की भावना जगाई जा सके और उनमें नागरिक चेतना के मूल्य पैदा किए जा सकें. प्रोजेक्ट वीर गाथा ने स्कूल के छात्रों (भारत के सभी स्कूलों के छात्रों) को वीरता पुरस्कार विजेताओं पर आधारित रचनात्मक प्रोजेक्ट व गतिविधियां करने के लिए एक मंच प्रदान करके इस महान लक्ष्य को और मजबूत किया. इसके हिस्से के रूप में, छात्रों ने इन वीरता पुरस्कार विजेताओं पर कला, कविता, निबंध और मल्टीमीडिया जैसे विभिन्न मीडिया के माध्यम से अलग-अलग प्रोजेक्ट बनाए और रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर सबसे अच्छे प्रोजेक्ट प्रदान किए गए. यह प्रोजेक्ट, हर साल गणतंत्र दिवस समारोहों के साथ कराया जाता है.

Advertisement

यह भी पढ़ें : Narmada Jayanti 2025: अमरकंटक में हंसराज रघुवंशी के भजनों की शाम, नर्मदा जयंती पर MP में होगे कार्यक्रम

Advertisement

यह भी पढ़ें : PM Awas Yojana: सर्वे शुरू, ग्रामीण परिवार इस तारीख तक कर सकते हैं आवेदन, आवास प्लस 2.0 App का उठाएं लाभ

यह भी पढ़ें : आंगनवाड़ी सुपरवाइजर के पदों पर आई बंपर वैकेंसी, यहां देखें-नोटिफिकेशन से आवेदन तक पूरी डीटेल्स

यह भी पढ़ें : MP Liquor Ban: जहां सरकार खुद लगाती है भगवान को शराब का भोग, उसी 'काल भैरव' को अब कैसे चढ़ेगा प्रसाद?