Daraupdi Murmu: राष्ट्रपति पहुंची मध्य प्रदेश, 1600 करोड़ रुपये के इंदौर-उज्जैन सिक्स लेन का करेंगी भूमिपूजन

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को इंदौर पहुंची. वे यहां इंदौर-उज्जैन सिक्स-लेन प्रोजेक्ट का शिलान्यास करेंगी.

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Draupadi Murmu President of India: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को इंदौर पहुंची. इस मौके पर उन्होंने यहां शॉपिंग भी की. राष्ट्रपति ने इस दौरान 33 हजार रुपये की दो साड़ियां खरीदी. दरअसल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस वक्त दो दिवसीय दौरे पर इंदौर हैं.

राष्ट्रपति एयरपोर्ट से सीधे मृगनयनी एम्पोरियम पहुंचीं,जहां कलाकारों से मुलाकात की. मृगनयनी के आर्टिस्ट ने उनको पेंटिंग गिफ्ट की. इस दौरान मुर्मू ने 33 हजार रुपए की दो गाड़ियां भी खरीदी. इससे पहले एयरपोर्ट पर राज्यपाल मंगू भाई पटेल, सीएम डॉ. मोहन यादव और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने राष्ट्रपति की अगवानी की. राष्ट्रपति रात्रि विश्राम रेसीडेंसी कोठी में करेंगी. इस दौरान दिल्ली से चलने वाली सारी गतिविधियां और फैसले भी यहीं से होंगे. राष्ट्रपति गुरुवार यानी 19 सितंबर की सुबह उज्जैन में महाकाल का दर्शन करेंगी. इसके बाद इंदौर-उज्जैन सिक्स-लेन प्रोजेक्ट का शिलान्यास करेंगी. इंदौर लौटकर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. उसके बाद दिल्ली लौट जाएंगी.

स्थानीय कलाकार ने भेंट की बाग प्रिंट की साड़ी

मृगनयनी एम्पोरियम में राष्ट्रपति ने धार की बाग प्रिंट की साड़ी और ड्रेस मटेरियल बनाने वाले स्थानीय कलाकार मुबारिक खत्री से बाग प्रिंट के बारे में जानकारी ली. खत्री ने राष्ट्रपति के लिए विशेष रूप से गुलाबी और रेड-ब्लैक कलर में डिजाइन की गई बाग प्रिंट की साड़ी भेंट की.

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राष्ट्रपति ने खरीदी दो साड़ियां, सीएम ने भी गिफ्ट की चंदेरी साड़ी

मृगनयनी के स्टाफ ने बताया कि राष्ट्रपति को कोसा सिल्क और महेश्वरी सिल्क की दो साड़ियां पसंद आईं. उन्होंने ये दोनों ही साड़ियां खरीदीं. इनमें से एक साड़ी 14 और एक साड़ी की कीमत 19 हजार रुपए है. इस तरह राष्ट्रपति ने कुल 33 हजार रुपए की दो साड़ियों की खरीदारी की.इसके साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी राष्ट्रपति को अपनी ओर से चंदेरी साड़ी गिफ्ट की.

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गोंडी भित्ति चित्र और झाबुआ की प्रसिद्ध गुड़िया भेंट की

मृगनयनी केंद्र पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू यहां मध्य प्रदेश के हस्तशिल्प और जनजाति कलाकारों से भी मिलीं. इस दौरान गोंडी भित्ति चित्रकार दुर्गा व्याम ने उन्हें अपनी बनाई हुई पेंटिंग भेंट की. वहीं, झाबुआ के परमार दंपती ने अपनी प्रसिद्ध झाबुआ की गुड़ियां और जनजातीय प्रतीक चिन्ह राष्ट्रपति को भेंट किया.

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राष्ट्रपति करेंगी इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन का भूमिपूजन

साढ़े 12-12 मीटर चौड़ी रहेगी दोनों लेन, 35-40 मिनट में तय होगी दूरी इंदौर-उज्जैन फोरलेन को सिक्सलेन में बदला जाना है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को इसके लिए भूमिपूजन करेंगी. इसके बाद निर्माण शुरू हो जाएगा. 1600 करोड़ से ज्यादा में ठेका दिया गया है. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी) और निर्माण एजेंसी के बीच अनुबंध हो चुका है. इसके तहत सिक्स लेन में अंडरपास और फ्लाईओवर बनाए जाएंगे, जिससे रास्ता और भी आसान हो जाएगा. इंदौर-उज्जैन के बीच आने-जाने का समय भी घटेगा. ढाई साल में काम पूरा करने का टारगेट है. फोरलेन में अभी साढ़े आठ मीटर की दो चौड़ी सड़कें हैं. यानी इस वक्त मार्ग की चौड़ाई कुल 17 मीटर है. अब सिक्सलेन में प्रत्येक रोड का हिस्सा 12.5-12.5 मीटर चौड़ी होगी. सिक्स लेन बनने के बाद इंदौर-उज्जैन रोड कुल चौड़ाई 25 मीटर हो जाएगी.जानिए क्या है पूरा प्रोजेक्ट और इससे क्या फायदा होगा.

सिक्सलेन प्रोजेक्ट में तीन फ्लायओवर भी हैं प्रस्तावित

  1.  इंदौर के अरबिंदो अस्पताल से उज्जैन के हरिफाटक ब्रिज तक सड़क बनेगी.
  2.  प्रोजेक्ट की लागत 1,692 करोड़ रुपए. निर्माण सीमा मार्च-2028 तय की है.
  3.  3 फ्लाईओवर बनेंगे. इसके अलावा 6 अंडरपास भी बनाए जाएंगे.

ग्रामीण मार्गों के कनेक्ट के लिए 8 जंक्शन बनेंगे

  1.  सिक्सलेन की लंबाई 46 किमी रहेगी. इसे तीन हिस्सों में बनाया जाएगा. पहला चरण 14 किमी का रहेगा. बाद में 16-16 किमी की सड़क बनेगी.
  2. सिक्स लेन पर 3 फ्लाईओवर सांवेर, शांति पैलेस तिराहा और इंजीनियरिंग कॉलेज के नजदीक बनाए जाएंगे.
  3. ग्रामीण सड़क को सिक्सलेन से जोड़ने वाले इंदौर-उज्जैन मार्ग पर आठ जंक्शन रहेंगे ताकि ग्रामीण वाहन सीधे सिक्सलेन पर न आए.
  4. मार्ग पर दोपहिया-कार और भारी वाहनों के लिए अलग-अलग लेन रखी जाएगी.

फायदा : ट्रैफिक दबाव महसूस नहीं होगा

सिंहस्थ 2028 और 25 साल की जरूरत को देखते हुए इसे बनाया जा रहा है. फिलहाल इंदौर-उज्जैन रूट पर रोजाना 25 हजार से ज्यादा वाहनों का बोझ है. 55 किलोमीटर का सफर 35 से 40 मिनट में पूरा हो सकेगा. अभी 60 से 70 मिनट लगते हैं. रोड की डिजाइन इस तरह प्लान की है कि दुर्घटना की गुंजाइश न्यूनतम हो.

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अनुमान है कि सिंहस्थ 2028 तक इस हाईवे पर ट्रैफिक लोड हर दिन 60 हजार से ज्यादा वाहनों का रहेगा. सिक्स लेन हाईवे होने से ट्रैफिक दबाव महसूस नहीं होगा. रोड से लगी इंदौर शहरी क्षेत्र की करीब 1 लाख आबादी को भी राहत मिलेगी. महाकाल दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु इंदौर रूट से उज्जैन जाते है. उन्हें भी फायदा होगा.

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