❝ पेड़ है तो जल है और जल है तो जीवन है. आने वाली पीढ़ी के स्वस्थ्य और सुरक्षित जीवन के लिए जल और पर्यावरण को बचाना हर इंसान की ज़िम्मेदारी है.... ❞
ये बात पंचायत एवं ग्रामीण विकास (Panchayat and Rural Development) और श्रम मंत्री (Labor Minister) प्रहलाद सिंह पटेल (Prahlad Singh Patel) ने सीहोर (Sehore) के बमूलिया गांव में कही. दरअसल, जल गंगा संर्वधन अभियान (Jal Ganga Enhancement Campaign) के तहत एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जिसमें प्रहलाद सिंह पटेल शामिल हुए थे. मंत्री पटेल ने इस मौके पर कोलांस नदी ( Kolans River) पर पौधारोपण भी किया. मंत्री पटेल ने कहा कि इंसान ने अपने स्वार्थ के लिए जल, जंगल समेत बाकी की प्राकृतिक संपदा का अंधाधुंध दोहन किया है, जिसके दुष्परिणाम देखने मिल रहे हैं. आज नदिया सूखी हैं, तालाबों में पानी नहीं है, पर्यावरण दूषित हो रहा है. इन सब के मानव जीवन पर खराब प्रभाव भी दिखाई दे रहे हैं.
क्या बोले प्रहलाद सिंह पटेल ?
अगर यही स्थिति रही तो आने वाली पीढ़ी हमे इसके लिए दोषी ठहराएगी. उन्होंने कहा कि आज हमें अपने सभी जल स्त्रोंतों को बचाना और उन्हें बढ़ाना बहुत ज़रूरी है. इसके लिए हमें पेड़ लगाने और उसे जीवित रखने का संकल्प लेना होगा. हमारे पूर्वज बहुत दूरदर्शी और बुद्धिमान थे. उन्होंने नदियों और तालाबों के पास पेड़ लगाए. हमारे पूर्वजों ने आने वाली पीढ़ी के लिए पहले से ही कुएं, बावड़िया, कुंडों, तालाब, झीलों एवं घाटों को निर्माण करवाया और हमें सौगात के रूप में देकर गए.
लोगों को किया जागरूक
मंत्री पटेल ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान केवल प्रदेश सरकार का नहीं है, यह प्रत्येक नागरिक का अभियान है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जब अभियान प्रारंभ किया था तब मैंने भी तय किया कि मैं नदियों के उद्गम स्थल तक जाउंगा. मैं लगातार उद्गम स्थल पर जा रहा हूं और आज कोलांस नदी के उदगम स्थल पर आया हूं. कोलांस नदी का पानी भोपाल के बड़े तालाब में जाता है और बड़ा तालाब भोपाल की प्यास बुझाता है. वहीं, इस मौके पर मंत्री ने सभी से कोलांस नदी के संरक्षण की शपथ दिलाई.
ये भी पढ़ें :
पुलिसवालों की दबंगई पर SP का एक्शन ! अवैध वसूली करने वाले 2 कांस्टेबल सस्पेंड
बॉस ने किया रेप तो लड़की ने ऑफिस में की खुदकुशी... WhatsApp चैट ने खोले राज