Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश में बारिश के बाद खराब हुई सड़कों को मरम्मत का इंतजार है. भोपाल में सड़क बनाने वाली एजेंसी वीवीआईपी इलाकों में बनी हुई सड़कों को दोबारा बना रही है, जो सड़के खराब हैं. उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. मंत्री अधिकारियों के पुराने बयान के मुताबिक बारिश के मौसम के बाद सड़क सुधर जाएगी, 15 दिनों में सड़क सुधार लेंगे पर ऐसा नहीं हो पा रहा है. अब 15 दिन क्या बारिश खत्म होकर, 2 महीने बीत गए. आलम ये है, जहां पैच लगा था, वो भी उखड़कर मुंह चिढ़ाने लगे. हां वीवीआईपी इलाकों में बनी बनाई सड़क दुबारा बन रही है.
आधे से अधिक सड़कें खराब
बता दें मध्य प्रदेश लोक निर्माण विभाग के पास 578 किमी. की सड़कें हैं. इनमे से 320 किमी.से ज्यादा सड़कें खराब हैं.
वहीं, 400 किमी. सड़के परफॉर्मेंस गारंटी में हैं. बीते एक साल में 50 करोड़ रुपए सड़कों के मेंटेनेंस के नाम पर खर्च हो चुके हैं. वहीं, ठेकेदारों के जिम्मे 400 किमी. की सड़क हैं, जबकि विभाग के पास 179 किमी. सड़कों का रखरखाव है.
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वीवीआईपी सड़कों का दोबारा निर्माण
रोजाना गड्ढों के बीच गुजर बसर करने वाले हजारों वाहन सवार इन गड्ढों से परेशान हैं. अब लोगों ने भी आस छोड़ दी है यहां तक कि इन सड़को से गुजरने वाले बच्चे भी अपनी आपबीती सुनाते वक्त डर लगने का हवाला देते हैं. आलोक शर्मा, सांसद भोपाल इस मामले में कहते हैं कि मुख्यमंत्री से मांग करेंगे कि सड़कों के लिए संभागायुक्त को नोडल एजेंसी (अधिकारी) बना दिया जाए, ताकि सड़कों के मरम्मत को लेकर जिम्मेदार पल्ला ना झाड़ सकें.
NDTV का बड़ा सवाल ये है कि वीवीआईपी सड़कों का दोबारा निर्माण तो कर दिया गया. लेकिन आम लोगों की सड़कों को कब सुधारा जाएगा ? उन्हें गड्ढा युक्त सड़कों से राहत कब मिलेगी.
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