Viral Video: पुलिस की गुंडागर्दी; महिलाओं के साथ गलत किया, SP ने दिए जांच के आदेश

Police Brutality Viral Video Chhatarpur: पूरा मामला सामने आने के बाद पीड़ित पक्ष ने इसकी शिकायत एसपी अगम जैन से की. शिकायत और उपलब्ध वीडियो साक्ष्यों के आधार पर एसपी ने जांच के आदेश दे दिए हैं. पीड़ित पक्ष का यह भी आरोप है कि महेंद्र नायक ने पुरुषोत्तम के मोबाइल में मौजूद वीडियो और अन्य साक्ष्य मिटाने के लिए मोबाइल को रिसेट कर दिया.

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Viral Video: पुलिस की गुंडागर्दी; महिलाओं के साथ गलत किया, SP ने दिए जांच के आदेश

Police Brutality Viral Video Chhatarpur: छतरपुर में नौगांव थाने के अंतर्गत लुगासी चौकी इलाके में कुछ दिन पहले दो पक्षों के बीच हुए विवाद ने नया मोड़ ले लिया है. विवाद के दौरान एक पक्ष के करीब 13 लोगों ने दूसरे पक्ष के घर पर धावा बोल दिया था. हमले का वीडियो मौके पर मौजूद एक युवक ने मोबाइल में कैद किया था. इस घटना में पुरुषोत्तम, हीरालाल, मंगल राजपूत सहित आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे. घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि मंगल सिंह को सिर में गंभीर चोट लगने के कारण ग्वालियर रेफर किया गया है. फिलहाल उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं बताई जा रही है.

घायल पक्ष के ये हैं आरोप

घायल पक्ष का आरोप है कि घटना के बाद लुगासी चौकी प्रभारी ओशो गुप्ता ने पुरुषोत्तम, हीरालाल और मंगल राजपूत सहित अन्य लोगों को बयान लेने के लिए चौकी बुलाया. चार दिन तक लगातार बयान लिए गए, लेकिन आरोप है कि इस दौरान सिर्फ कोरे कागज़ पर दस्तख़त ही कराए गए.

इसी बीच थाने में मौजूद पुरुषोत्तम और हीरालाल को घर से फोन आया कि विरोधी पक्ष के लोग डंडा और फरसा लेकर उनके छोटे बच्चे को मारने के लिए घर की ओर बढ़ रहे हैं. इस बारे में जब उन्होंने पुलिसकर्मी महेंद्र नायक को जानकारी दी, तो कथित रूप से जवाब मिला— “हम क्या तुम्हारे लिए गार्ड लगा दें?”

जानकारी मिलते ही परिवारजन घबराकर घर की ओर दौड़े, इसी दौरान महेंद्र नायक 112 वाहन लेकर मौके पर पहुंच गया. आरोप है कि वहां पहुंचकर नायक ने महिलाओं के साथ बदसलूकी की, उन्हें घसीटकर मारा-पीटा, किसी को लात मारी तो किसी के सीने में हाथ मारा. बाद में सभी को गाड़ी में बैठाकर थाने ले जाया गया. नौगांव थाना प्रभारी ने महिलाओं को छोड़ने के निर्देश दिए, जिसके बाद उन्हें रिहा किया गया.

वहीं पुरुषोत्तम, हीरालाल और अन्य लोगों के खिलाफ 151 की कार्रवाई कर रातभर थाने में बैठाए रखा गया. सुबह पेशी से पहले आरोप है कि चौकी प्रभारी ओशो गुप्ता और महेंद्र नायक ने उन्हें पीछे के एक कमरे में ले जाकर लात-घूंसों से बेरहमी से पीटा. मारपीट में हीरालाल खून से लथपथ हो गए. उनकी खून लगी शर्ट उतरवाकर अलग रख दी गई और बाद में उन्हें जेल भेज दिया गया.

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SP ने दिए जांच के आदेश

पूरा मामला सामने आने के बाद पीड़ित पक्ष ने इसकी शिकायत एसपी अगम जैन से की. शिकायत और उपलब्ध वीडियो साक्ष्यों के आधार पर एसपी ने जांच के आदेश दे दिए हैं. पीड़ित पक्ष का यह भी आरोप है कि महेंद्र नायक ने पुरुषोत्तम के मोबाइल में मौजूद वीडियो और अन्य साक्ष्य मिटाने के लिए मोबाइल को रिसेट कर दिया. जांच शुरू हो चुकी है और पीड़ित पक्ष पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है. प्रशासनिक स्तर पर मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है.

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