![पीएम मातृ वंदना योजना: मैहर में शिकायतों का अंबार, अफसर लाचार, अब तक सिर्फ 57% महिलाओं को मिला लाभ पीएम मातृ वंदना योजना: मैहर में शिकायतों का अंबार, अफसर लाचार, अब तक सिर्फ 57% महिलाओं को मिला लाभ](https://c.ndtvimg.com/2025-02/ph8o4178_pmmvy_625x300_11_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Maihar News: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PM Mother Vandana Scheme) का हाल मैहर जिले में चिंताजनक है. गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से लाई गई यह अतिमहत्वपूर्ण योजना इन दिनों शिकायतों के चलते चर्चा में है. आलम यह है कि जितनी प्रगति है, उतनी ही शिकायतें दर्ज हैं और अफसर उनका निपटारा करने में लाचार दिख रहे हैं.
आंकड़े बताते हैं कि जिले में इस योजना का लाभ सीमित महिलाओं तक ही पहुंच पा रहा है. अधिकारी इसे हितग्राहियों के दस्तावेजी जागरूकता का अभाव बताते हैं. मौजूदा स्थिति पर निगाह डालें तो जिले के मैहर , रामनगर और अमरपाटन क्षेत्र की परियोजनाओं की स्थिति बेहद दयनीय है. यहां पर केवल 57 फीसदी ही प्रगति हुई है.
पड़ोसी जिले सतना के चित्रकूट परियोजना की स्थिति अक्टूबर 2024 तक मात्र 39 फीसदी है. वहीं, सतना की 45 और रामपुर बाघेलान की 48 प्रतिशत प्रगति है. जिले के नजरिए से देखें तो यह आंकड़ा 56 फीसदी हो रहा है, जो योजना के उद्देश्यों पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
क्या है मातृत्व वंदना योजना
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना भारत सरकार द्वारा संचालित एक मातृत्व लाभ योजना है. इसे 1 जनवरी 2017 को पूरे देश में लागू किया गया. इस योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि गर्भावस्था और प्रसव के दौरान उनकी पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा किया जा सके.
इस योजना का लाभ 19 वर्ष या उससे अधिक उम्र की गर्भवती महिलाओं को मिलता है. अगर महिला सरकारी कर्मचारी या इनकम टैक्स पेयर है तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा. योजना के तहत दो किस्तों में रुपये दिए जाते हैं. पहला बच्चा होता है तो पांच हजार और दूसरा बच्चा अगर लड़की है तो 6000 रुपये मिलते हैं.
करीब एक हजार सीएम हेल्पलाइन दर्ज
मैहर जिले में करीब पांच परियोजनाएं हैं, जहां की शिकायतें लगभग एक हजार पार कर चुकी हैं. मैहर जिले के मैहर,अमरपाटन,और रामनगर की रहने वाली महिलाएं बताती हैं कि आवेदन के कई दिन बाद भी योजना का लाभ उन्हें नहीं मिला. सारे दस्तावेज जमा किए गए, फिर भी भुगतान नहीं हुआ. इसी बात की शिकायत सीएम हेल्प लाइन में की है.