PM Awas Yojana: साइबर ठग KYC के नाम पर दे रहे हैं धोखा, शिवपुरी में ऐसे फंसाया, जानिए पूरी कहानी

Pradhan Mantri Awas Yojana Fraud: मकान का सपना हर किसी का होता है लेकिन जब आपके सपनों में ही कोई सेंध लगा दें तो पीड़ित का मन कैसा होगा इसका अंदाजा लगाना मुश्किल होता है. हाल ही में मकान बनवाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राही महिला के खाते में ₹50000 की पहली किस्त 26 जून को आई थी. किस्त जमा होते ही पीड़ित महिला के घर दो युवक पहुंचे और केवाईसी के नाम पर उसके साथ ठगी कर ली. थोड़ा-थोड़ा करके खाते से पूरी ₹50000 की रकम निकाल ली गई.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins

Pradhan Mantri Awas Yojana: सावधान! पीएम आवास योजना (PM Awas Yojana) पर साइबर ठग लगाकर बैठे हैं घात. आपकी जरा सी लापरवाही बड़ा सा नुकसान करा सकती है. भोले-भाले पात्र हितग्राहियों (PMAYG Beneficiary) के अकाउंट से केवाईसी (KYC) के नाम पर रकम निकाल ली जाती है. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले से आया है, जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आई किस्त के 50 हजार रुपए केवाईसी के नाम पर निका लिए गए. जिसकी शिकायत लेकर पीड़ित महिला कलेक्ट्रेट पहुंची और जनसुनवाई में अपनी पीड़ा दर्ज करायी. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला?

सपनों को ठग रहे हैं साइबर अपराधी

मकान का सपना हर किसी का होता है लेकिन जब आपके सपनों में ही कोई सेंध लगा दें तो पीड़ित का मन कैसा होगा इसका अंदाजा लगाना मुश्किल होता है. हाल ही में मकान बनवाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राही महिला के खाते में ₹50000 की पहली किस्त 26 जून को आई थी. किस्त जमा होते ही पीड़ित महिला के घर दो युवक पहुंचे और केवाईसी के नाम पर उसके साथ ठगी कर ली. थोड़ा-थोड़ा करके खाते से पूरी ₹50000 की रकम निकाल ली गई.

Advertisement
वहीं जनसुनवाई के बाद जिला कलेक्टर ने इस मामले को संवेदनशीलता से लेकर जांच कराने और आरोपियों तक पहुंचाने की कोशिश के लिए पुलिस को निर्देशित किया है.

पहले से रहती है साइबर ठगों की नजर

अगर आपने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया है और आपको आवास के लिए सरकार की स्वीकृति मिल गई है और पैसे आने वाले हैं तो तुरंत सावधान हो जाने की जरूरत है. क्योंकि सरकार से आने वाली रकम पर साइबर ठगों की पहले से न केवल नजर रहती है बल्कि वह अलग-अलग बहाने बनाकर आपके खाते में आने वाली इस रकम के इंतजार में जाल बिछा कर बैठे रहते हैं.

Advertisement
जैसे ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत  लाभार्थियों के खाते में रकम आने को होती है. इस बात की जानकारी पोर्टल से चुराकर साइबर ठग भोले-भाले लोगों के पीछे लग जाते हैं. यह उन लोगों के घर पहुंचते हैं और उनसे कहते हैं कि आपका आवास स्वीकृत हुआ है और पैसे आने वाले हैं पैसे जब आएंगे या निकल पाएंगे जब आप केवाईसी KYC करवा लेंगे या वेरिफिकेशन के नाम पर आपका अंगूठा इस मशीन पर लगना जरूरी है. ऐसी बातें करके वह इन भोले भाले लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं और उसके बाद उनके खाते से रकम निकाली जाती है.

शिवपुरी की कुसुम आदिवासी को लगा दिया चूना

जनसुनवाई कार्यक्रम में शिकायत लेकर पहुंची देवरी खुर्द गांव की रहने वाली कुसुम आदिवासी निर्जला कलेक्टर से फरियाद की कि उसकी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पहली किस्त ₹50000 की आई थी. इससे पहले वह रकम निकलती कि उसके घर दो युवक पहुंचे. उन्होंने खुद को सरकारी अफसर बताया और कहा कि इस मशीन पर केवाईसी करना जरूरी है, तभी आप पैसे निकाल सकेंगे. उनके कहे अनुसार मशीन पर अंगूठा लगा दिया और वह चले गए, लेकिन मकान बनवाने के लिए जब पैसों की जरूरत को लेकर बैंक गए तो बैंक ने बताया कि रकम निकाल ली गई है और कई टुकड़ों में निकाली गई है. अपने साथ हुई इस ठगी की शिकायत जब पीड़ित महिला कुसुम आदिवासी ने जिला कलेक्टर से की तो उन्होंने शिकायत को संवेदनशीलता से लेकर पुलिस को निर्देशित किया है कि तत्काल इन आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए.

Advertisement

सावधान रहे सतर्क रहें

प्रधानमंत्री आवास योजना के पोर्टल से इन लोगों को यह जानकारी मिल जाती है कि किसके आवास स्वीकृत हुए हैं और किसके खाते में राशि आने वाली है. इस राशि के इंतजार में यह पूरा के पूरा गिरोह जाल बिछाते हैं और इसके बाद केवाईसी के नाम या अन्य किसी षड्यंत्र को अंजाम देते हैं. शिवपुरी से आया यह पहला मामला नहीं है, इस तरह के कई मामले न केवल शिवपुरी से बल्कि प्रदेश के साथ देश के कई हिस्सों से सामने आ चुके हैं. ऐसे NDTV आपसे यही गुजारिश करता है कि सावधान रहें, सतर्क रहें.

यह भी पढ़ें : PM Awas के लिए गरीब कर रहे हैं 5 साल से इंतजार, ठेका पाने वाली कंपनी की मनमानी, लोगों की बढ़ रही परेशानी

यह भी पढ़ें : PM Awas Yojana के नाम पर ग्रामीण महिला के साथ ठगी, आरोपियों ने ऐसे दिया घटना को अंजाम

यह भी पढ़ें : PDS Scam: e-KYC के बहाने सेल्समैन ने हितग्राहियों के लिए फिंगर प्रिंट और डकार गया तीन महीने का राशन

यह भी पढ़ें : Poshan Tracker App: डाटा में गड़बड़ी का आरोप, नाराज आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा, जानिए पूरा मामला