जिला बनाए जाने की मांग पर अड़े लवकुश नगर के लोग, जन आशीर्वाद यात्रा के आगे किया प्रदर्शन

प्रशासन को इस विरोध प्रदर्शन की खबर पहले से थी. ऐसे में जन आशीर्वाद यात्रा के आगे-पीछे चप्पे-चप्पे पर पुलिस नजर आई. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस की तरफ से तमाम पुख्ता इंतजाम किए गए थे.

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लवकुश नगर को जिला बनाए जाने की मांग

छतरपुर : मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के लवकुश नगर को जिला बनाए जाने की मांग को लेकर भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में नगर और क्षेत्र वासियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. जिला बनाए जाने की मांग को लेकर सुबह से ही बाजार पूरी तरह से बंद था. छोटे-बड़े सभी दुकानदारों से लेकर व्यापारी व नगर और क्षेत्र वासियों ने एक स्वर में जिला बनाए जाने की मांग रखी. आपको बता दें बीती देर शाम भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा लवकुश नगर पहुंची थी और नए बस स्टैंड पर भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह और राजेंद्र शुक्ल ने जनसभा को संबोधित किया था.

बीते रोज ही जिला बनाए जाने की मुहिम से जुड़े युवाओं ने नगर के दुकानदारों और व्यापारियों से बाजार बंद की अपील की थी, जिसके चलते सभी ने एकजुट होकर आज सुबह से ही बाजार बंद रखा. वहीं जब भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा दोपहर लगभग 12 बजे पुराने बस स्टैंड पहुंची तो हाथ में तख्तियां लिए सैकड़ों की तादाद में युवाओं और नगर वासियों ने जिला बनाए जाने की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. उन्होंने 'जिला नहीं तो वोट नहीं' के जमकर नारे लगाए.

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बाजार में लटके मिले ताले
इस दौरान जन आशीर्वाद रथ से कैबिनेट मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने प्रदर्शनकारियों से ज्ञापन लेकर उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनकी मांग को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंचाएंगे. काफी देर तक नगरवासी 'जिला नहीं तो वोट नहीं' के नारे लगाते हुए प्रदर्शन करते रहे. वहीं नगर के पूरे बाजार में ताले लटके हुए थे. ना ही यात्रा का कहीं स्वागत हुआ और ना ही नगर वासियों ने इस यात्रा में हिस्सा लिया. यहां तक कि प्रदर्शनकारियों ने लवकुश नगर के बाहर अकटोहां तिराहे पर भी जाकर विरोध प्रदर्शन किया.

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'जिला नहीं बना तो नोटा दबाएगी जनता'
इस दौरान हेलीकॉप्टर से भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा और सांसद सुधा यादव भी पहुंची थी. उनके वाहनों को भी रोक कर प्रदर्शनकारियों ने जिला बनाए जाने की मांग रखी और 'जिला नहीं तो वोट नहीं' के नारे लगाए. आपको बता दें कि जिला बनाए जाने की मुहिम पिछले लगभग दो दशक से अधिक समय से चली आ रही है.

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नगर वासियों और जिला बनाओ की मुहिम से जुड़े युवाओं का साफ तौर से यह कहना है कि जब मध्य प्रदेश में मऊगंज, नागदा मैहर जैसे स्थानों को जिला बनाया जा सकता है तो लवकुश नगर के साथ आखिर यह सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है? इस बार नगर और क्षेत्रवासियों ने एक स्वर में यह ठान लिया है कि अगर जिला बनाए जाने की घोषणा नहीं की जाती तो क्षेत्र की जनता किसी भी पार्टी को वोट ना करते हुए नोटा का बटन दबाएगी. 

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चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा
प्रशासन को इस विरोध प्रदर्शन की खबर पहले से थी. ऐसे में जन आशीर्वाद यात्रा के आगे-पीछे चप्पे-चप्पे पर पुलिस नजर आई. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस की तरफ से तमाम पुख्ता इंतजाम किए गए थे. जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान पूरे नगर और क्षेत्र के द्वारा इस बड़े विरोध के बाद यह कहा जा सकता है कि अगर सरकार ने इस मांग पर ध्यान नहीं दिया तो भाजपा के लिए फिलहाल राजनगर और चंदला सीट में खासा नुकसान होने की संभावना है.