Bhopal Railway Station: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भोपाल से एक अनोखा मामला सामने आया है. भारतीय रेलवे (Indian Railways) द्वारा चलाए जा रहे "ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते" अभियान के अंतर्गत RPF भोपाल (Bhopal) ने तीन नाबालिग बालिकाओं को सुरक्षित रेस्क्यू कर गौरवी सखी सेंटर को सौंप दिया. 09 जुलाई को भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म 1 पर सहायक उप निरीक्षक राघवेंद्र सिंह नियमित गश्त के दौरान ड्यूटी पर तैनात थे. इस दौरान उन्होंने तीन नाबालिग बालिकाओं को डरी-सहमी अवस्था में बैठे हुए पाया. इसपर उन्होंने महिला आरक्षक उमा पटेल को बुलाकर बालिकाओं को सांत्वना दी और बातचीत का प्रयास किया.
बच्चियों ने खुद बताई सच्चाई
स्थानीय यात्रियों से पूछताछ के बाद भी इन तीन बालिकाओं के बारे में पुलिस को कोई स्पष्ट जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी. इसके बाद तीनों को महिला आरक्षक उमा पटेल द्वारा सुरक्षित रूप से आरपीएफ पोस्ट लाया गया. पूछताछ में बालिकाओं ने बताया कि वे दिल्ली में अपने माता-पिता की डांट से नाराज होकर बिना किसी को बताए किसी अज्ञात ट्रेन में सवार होकर भोपाल आ पहुंची थीं.
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परिजनों से किया गया संपर्क
बालिकाओं के दिए गए मोबाइल नंबर पर उनके परिजनों से संपर्क किया गया और पूरी स्थिति से अवगत कराया गया. आगे की कार्रवाई के अंतर्गत महिला आरक्षक उमा एवं प्रभारी आरक्षक राकेश ने तीनों बालिकाओं का सामान्य चिकित्सकीय परीक्षण कराकर उन्हें गौरवी सखी सेंटर को सुपुर्द किया गया. परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है.
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