Car Sale on OLX Bhind Madhy Pradesh: मध्य प्रदेश के भिंड में इंटरस्टेट ड्रग तस्करी का एक बड़ा मामला सामने आया है. भिंड पुलिस की सजगता और गोहद के वाहन व्यापारी की समझदारी से पूरा खेल उजागर हुआ है. गिरोह ने चोरी की हैरियर कार पर गोहद निवासी वाहन व्यापारी हनुमंत सिंह तोमर की कार का फर्जी नंबर लगाकर मादक पदार्थों की तस्करी शुरू कर दी थी. मामले का खुलासा तब हुआ जब व्यापारी के पास हरदा सिटी कोतवाली पुलिस का फोन आया कि उनकी कार किसी सड़क दुर्घटना में शामिल है और उन्हें थाने आना होगा.
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सीसीटीवी में मिली सच्चाई, फास्टैग ने खोला राज
हरदा सिटी कोतवाली पुलिस थाने से फोन आते ही व्यापारी को शक हुआ. उन्होंने तुरंत अपने घर स्थित गैराज के सीसीटीवी कैमरे चेक किए, जिसमें उनकी कार सुरक्षित खड़ी दिखी. इसके बाद व्यापारी ने फास्टैग पोर्टल पर वाहन की लोकेशन और ट्रांज़ैक्शन चेक किया, तो पता चला कि उनकी गाड़ी के नंबर से 1200 रुपए का टोल किसी दूसरी कार से काटा गया है और वह इंदौर टोल प्लाजा से गुजरी है. इसके बाद व्यापारी ने तत्काल भिंड एसपी असित यादव को जानकारी दी.
OLX से निकाली गई कार की डिटेल का शक
जाँच में सामने आया कि व्यापारी ने कुछ समय पहले अपनी कार को बेचने के लिए OLX और कार बाजार वेबसाइट पर अपलोड किया था. पुलिस को आशंका है कि वहीं से कार की डिटेल गिरोह के हाथ लगी, और उन्होंने चोरी की हैरियर कार पर व्यापारी की कार का नंबर लगाकर उसे तस्करी में इस्तेमाल करना शुरू किया.
भिंड पुलिस की तेजी, साइबर सेल की जांच
एसपी असित यादव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए क्राइम ब्रांच साइबर सेल प्रभारी वैभव तोमर और एएसआई सत्यवीर सिंह को जांच के आदेश दिए. जांच में स्पष्ट हुआ कि यह कार मुम्बई से इंदौर की ओर आ रही है और लगातार टोल पार कर रही है.
4 जिलों की पुलिस अलर्ट, हाईवे पर बैरिकेट्स
तुरंत इंदौर पुलिस को अलर्ट भेजा गया. मंगलवार रात इंदौर, धार, देवास, उज्जैन और रतलाम पुलिस हाईवे पर अलर्ट मोड में आ गई. 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में दोड़ती कार ने पुलिस बैरिकेट्स तोड़े और धार जिले की ओर भाग निकली. देर रात धार पुलिस ने कार को जप्त कर लिया, हालांकि आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए.
कार से बरामद फर्जी नंबर प्लेटें
धार पुलिस को कार की तलाशी में कई राज्यों की फर्जी नंबर प्लेटें मिलीं. गिरोह हर राज्य में घुसते समय नंबर प्लेट बदल देता था ताकि पुलिस की नजरों से बच सके. कार में पीछे सिर्फ खाली स्पेस मिला, ताकि उसमें नशीला माल छुपाया जा सके. भिंड पुलिस ने इस तस्करी रैकेट पर कुख्यात विश्नोई गैंग का शक जताया है, जो महाराष्ट्र, मालवा और राजस्थान में सक्रिय है और हाल ही में इसके कई सदस्य जेल से छूटे हैं. हालांकि इस पूरे मामले की बारीकी से जाँच करने की बात कह रही है.
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