CM के आदेश के बाद एक्शन में अधिकारी, विदिशा में मीट की दुकानों को दिए लाइसेंस बनवाने के निर्देश

एसडीएम क्षितिज शर्मा ने बताया कि सभी दुकानों के लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. बिना लाइसेंस के अगर कोई नॉनवेज बेचता पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.

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सीएम के आदेश के बाद विदिशा में एक्शन में आया प्रशासनिक अमला

Loud Speaker Ban in MP: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की नई सरकार ने पहली कैबिनेट बैठक में ही लाउडस्पीकर (Loud Speaker Ban) और बिना लाइसेंस खुले में मीट बेचने वालों के खिलाफ सख्त आदेश जारी किए थे. मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए जाने के बाद विदिशा में प्रशासनिक अमला एक्शन में आया. कोतवाली थाने में पहले सभी धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर पर नियंत्रण करने के निर्देश दिए गए. वहीं खुले में चल रहीं मीट की दुकानों पर भी कार्रवाई की गई. 

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धर्मगुरुओं ने किया फैसले का स्वागत

प्रशासनिक अधिकारियों ने शहर भर में खुले में नॉनवेज की दुकानों को चिन्हित किया और सभी दुकानदारों को लाइसेंस बनवाने के निर्देश दिए. एसडीएम क्षितिज शर्मा ने बताया कि सभी दुकानों के लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. बिना लाइसेंस के अगर कोई नॉनवेज बेचता पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. दूसरी ओर कोतवाली थाने में बैठक में पहुंचे धर्मगुरुओं ने मुख्यमंत्री मोहन यादव के लाउडस्पीकर को लेकर दिए गए आदेश का स्वागत करते हुए कहा कि यह अच्छी पहल है. हम इसके साथ हैं. 

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पहली ही बैठक में लिए गए कड़े फैसले

मुस्लिम और हिंदू दोनों ही धर्मगुरुओं ने इस पहल का स्वागत किया और कहा कि लाउड स्पीकर पर नियंत्रण होना चाहिए. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कैबिनेट की पहली बैठक के बाद प्रेस कान्फ्रेंस में कहा था कि कई बड़े फैसले लिए गए हैं. मध्य प्रदेश में लाउडस्पीकर पर बैन लगा दिया गया है. इसके अलावा बिना लाइसेंस के खुले में मांस या अंडे की दुकान चलाने वालों के खिलाफ अभियान चलाने के भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.