Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस (Congress) नेता डॉ गोविंद सिंह (Dr Govind Singh) ने नर्सिंग घोटाले (Nursing Scam) को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इसको लेकर सीधे सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि रुपए लेकर फर्जी कॉलेजों को मान्यता देने वाले तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री और अधिकारियों की भी जांच की जानी चाहिए.
इन कॉलेजों को मान्यता किसने दी?
ग्वालियर (Gwalior) में मीडिया से बातचीत करते हुए डॉ सिंह ने कहा कि मैं सबसे पहले अब रिटायर्ड जस्टिस रोहित आर्य जी को अभिनन्दन करना चाहता हूं कि उन्होंने न्याय करके लाखों लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने को रोककर उनसे जीवन की रक्षा की है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आखिर मान्यता किसने दी?
दोषी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
उन्होंने कहा भाजपा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे और अधिकारियों ने दस - दस लाख रुपए लेकर इन फर्जी कॉलेजो को मान्यता दी. डॉ सिंह ने मांग की कि उनकी प्राथमिक जांच कर उनको भी गिरफ्तार किया जाए. जिन्होंने लोगों का जीवन बर्बाद कर भ्रष्टाचार किया है. उनकी भूमिका की जांच सर्वोच्च न्यायालय की कमेटी द्वारा की जाए और सही दोषी को जिन्होंने मान्यता दी है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने लगाया बड़ा आरोप
पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अब तक भाजपा शासन काल मे जितने चिकित्सा शिक्षा मंत्री रहे उन सभी ने ऐसे कॉलेजो को मान्यता दी. पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि बताया गया कि इसके बदले सीधा एलान था दस लाख दो और मान्यता लो. एक एक प्रिंसिपल दस दस कॉलेजो में काम कर रहा है. इन सब मंत्रियों और जिम्मेदार अफसरों की जांच होनी चाहिए और इनके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज होना चाहिए.