प्रतीकात्मक तस्वीर
Private Doctors: अब सरकारी अस्पताल में सरकारी ही नही, प्राइवेट अस्पतालों में काम करने वाले चिकित्सक भी सेवा दे सकेंगे. मध्य प्रदेश सरकार ने सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञों की कमी दूर करने के लिए यह फैसला लिया है. यानी सरकार अब निजी डॉक्टरों से अनुबंध करेगी और प्राइवेट चिकित्सकों को प्रति केस के हिसाब से भुगतान करेगी.
सरकारी अस्पतालों में नियुक्त प्राइवेट अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टर्स को 1 साल के अनुबंध पर रखा जाएगा. इस संबंध में आयुक्त स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा ने आदेश जारी कर दिए हैं. हालांकि सरकारी अस्पतालों में नियुक्ति के लिए न्यूनतम 3 वर्ष का अनुभव अनिवार्य किया गया हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक सरकारी अस्पताल में विशेषज्ञ खाली पदों पर निजी डॉक्टरों का अनुबंध करने के लिए प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक समिति बनाई है.