आईटीआई मुंगावली में पंखे-बाथरूम नहीं, ब्लैकबोर्ड भी खराब, बच्चों ने कलेक्‍टर को रोककर बताईं समस्‍याएं

Mungawali ITI: 2022 से संचालित आईटीआई मुंगावली में तीन साल बाद भी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. प्रभारी का कहना है कि पत्राचार के बाद अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं. इससे परेशान छात्रों ने कलेक्टर की गाड़ी रोक ली.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

Ashoknagar News: अशोकनगर कलेक्टर आदित्य सिंह गुरुवार को मुंगावली पहुंचे तो आईटीआई के बच्चों ने उनकी गाड़ी रोक लिया. इसके बाद बच्‍चों ने गाड़ी में बैठे कलेक्‍टर को अपनी समस्‍याएं बताईं. स्‍टूडेंटस ने कलेक्‍टर को बताया कि उन्हें किसी भी तरह की सुविधा नहीं मिल रही है. शिकायत करने पर अधिकारी भी ध्‍यान नहीं देते हैं.

बच्‍चों की शिकायत के बाद NDTV की टीम आईटीआई मुंगावली पहुंची तो वहां बदहाली और लापरवाही की तस्वीर साफ नजर आई. यहां लड़कियों के लिए बाथरूम तक की व्यवस्था नहीं है. क्लासरूम में एक भी पंखा नहीं लगाया गया. इलेक्ट्रिकल ट्रेड के छात्रों को प्रैक्टिकल के लिए जरूरी सामग्री भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है. हैरानी की बात है कि क्लासरूम का ब्लैकबोर्ड भी इतना खराब है कि उस पर लिखा भी नहीं जा सकता.

तीन साल बाद भी सुविधाएं नहीं

इस सब से परेशान स्‍टूडेंटस ने न केवल कलेक्टर से शिकायत की बल्कि NDTV के साथ भी अपनी पीड़ा साझा करते हुए व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े किए. उन्‍होंने बताया क‍ि साल 2022 से क्‍लासरूम में पंखे नहीं लगे हैं, हमें बाथरूम जैसी बुनियादी सुविधा भी नहीं मिल रही है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि 2022 से संचालित आईटीआई मुंगावली में तीन साल बाद भी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. प्रभारी का कहना है कि लगातार पत्राचार के बाद अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं. यही कारण रहा कि छात्रों ने सड़क पर उतरकर कलेक्टर की गाड़ी रोक ली और अपनी समस्‍या उन्‍हें बताई.

ये भी पढ़ें: पुलिसकर्मी की पत्‍नी की संदिग्‍ध मौत, बहन बोली- कोई कर्सी पर बैठकर फांसी नहीं लगा सकता, उसकी हत्‍या की गई 

Advertisement

ये भी पढ़ें: 'आई लव मोहम्मद' के बाद उज्जैन में छाया 'आई लव महाकाल' का पोस्‍टर, जानें कहां से शुरू हुआ विवाद?

Topics mentioned in this article