NIT Trichy News: तमिलनाडु (Tamilnadu) के एनआईटी त्रिची पढ़ने के लिए गई मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) की 21 वर्षीय ओजस्वी गुप्ता (Ojasvi Gupta ) पिछले 15 दिन से लापता है. पिछले महीने 10 तारीख को एडमिशन होने के बाद पिता खुद उसे छोड़ने गए थे. इस बेटी के लापता हुए 15 दिन हो चुके हैं, लेकिन परिजनों को अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है. पुलिस हर दिन फोन कर अपडेट में बस यही बोलती है कि तलाशने की कोशिश जारी है. आपको बता दें कि ओजस्वी पढ़ने में बहुत ही होशियार थी. उन्होंने ऑल इंडिया स्तर पर 72वीं रैंक बनाई थी. एनआईटी त्रिची कॉलेज में पढ़ना उसका सपना था.
इस बीच एनआईटी त्रिची से गायब हुई इंदौर की बेटी ओजस्वी का एक पत्र सामने आया है. इस पत्र से पता चलता है कि गायब होने से पहले वह बेहद मानसिक पीड़ा से गुजर रही थी. दरअसल, लापता होने से पहले ओजस्वी ने एक पत्र लिखा था, जिससे साफ जाहिर होता है कि क्लास की प्रमुख "CR" बनकर वो काफ़ी खुश थी. इस उपलब्धि पर वह खुद पर गर्व महसूस कर रही थी. हालांकि, उसके क्लास रिप्रेजेन्टेटिव बनने से कई लोगों को दिक्क़त हो रही थी. लिहाजा, उन लोगों ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया. उसे टॉर्चर किया गया, जिसका जिक्र उन्होंने खुद लेटर में किया है. ओजस्वी के इस पत्र को उनके परिजनों ने कमिश्नर राकेश गुप्ता को सौंप दिया है.
परिजनों ने अब एमपी सरकार से लगाई गुहार
किसी अनहोनी की आशंका से परेशान उसके इंदौर में रहने वाले परिजनों ने मध्य प्रदेश सरकार से उसे तलाशने की गुहार लगाई है. इंदौर निवासी नूतेश गुप्ता ने मंगलवार को मीडिया से बताया कि उनकी बेटी ओजस्वी गुप्ता (21) एनआईटी के छात्रावास से 15 सितंबर से लापता है. उसका अब तक कोई पता नहीं चल सका है. वहीं, उसका मोबाइल फोन भी बंद है. गुप्ता ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी का दाखिला एनआईटी त्रिची के एमसीए पाठ्यक्रम में 10 अगस्त को कराया था और वह पढ़ाई के लिए पहली बार अपने शहर इंदौर से बाहर गई थी.
बेटी के लापता होने से परेशान हैं परिजन
गुप्ता ने बताया कि लापता होने से पहले मेरी बेटी ने पत्र भी छोड़ा था, जिसमें उसने एनआईटी त्रिची में सीआर बनने के बाद मानसिक प्रताड़ना और पढ़ाई के दबाव से जूझने का जिक्र किया है. उन्होंने पत्र की इबारत के हवाले से कहा कि संभवत: सीआर बनने के बाद उनकी बेटी को उसके सहपाठी ही परेशान कर रहे थे. गुप्ता ने बताया कि मेरी मेधावी बेटी का सपना था कि उसका दाखिला एनआईटी त्रिची में हो. उसका सपना पूरा भी हो गया, लेकिन हमें कतई एहसास नहीं था कि वह इस संस्थान से महीने भर में ही लापता हो जाएगी. उन्होंने बताया कि ओजस्वी की मां और उसका भाई त्रिची जाकर तमिलनाडु पुलिस की मदद से उसे खोजने का प्रयास कर चुके हैं, लेकिन कामयाबी नहीं मिली. गुप्ता ने बताया कि वह मध्यप्रदेश सरकार और इंदौर पुलिस से भी गुहार लगा चुके हैं कि उनकी बेटी को खोजा जाए.
इंदौर पुलिस सहयोग को तैयार
इंदौर के पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता ने बताया कि उन्होंने ओजस्वी के लापता होने के मामले में त्रिची के पुलिस अफसरों से बात की है और उनसे कहा है कि लापता छात्रा को ढूंढने में इंदौर पुलिस उनकी हर संभव मदद के लिए तैयार है.
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पत्र में ये बताई थी पीड़ा
एनआईटी त्रिची से एमसीए की लापता छात्रा ने अपने कथित पत्र में पुरुषों के दबदबे वाली दुनिया की दुखद सच्चाई के शीर्षक से यह भी लिखा कि अगर कोई महिला सुंदर नहीं है, तो उसके लिए पुरुषों से अपनी बात मनवाना या अपने नेतृत्व को स्वीकार कराना वाकई बेहद मुश्किल है. ओजस्वी के बड़े भाई पलाश गुप्ता अपनी लापता बहन को याद करते हुए फफक-फफक कर रो पड़ते हैं. फिर अपने जज्बात पर काबू पाते हुए कहते हैं कि हर गुजरते दिन के साथ हमारे मन में अनहोनी का डर बढ़ता जा रहा है, पर हम अब भी ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि मेरी बहन जहां भी हो, सुरक्षित हो.
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