नवजात बच्चे की गलत इलाज से मौत! पीड़ित पिता ने कलेक्टर से लगाई न्याय की गुहार, 8 दिन बाद दफन शव निकाला बाहर

MP News in Hindi: बच्चे की हालत बिगड़ने पर आनन फानन में हॉस्पिटल प्रबंधन ने रायपुर एम्स रेफर कर दिया, जहां बच्चे की रास्ते में ही मौत हो गई.

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Anuppur News: अनूपपुर जिले के कोतमा के पीड़ित पिता ने गलत इलाज के चलते अपने नवजात बच्चे को खो दिया है. पीड़ित पिता ने न्याय के लिए अनूपपुर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से न्याय के लिए गुहार लगाई है. दरअसल, नूपपुर के कोतमा निवासी मंजीत सिंह ने अपनी पत्नी को डिलेवरी के लिए पड़ोसी जिला मनेंद्रगढ़ के मीरा देवी मेमोरियल हॉस्पिटल छत्तीसगढ़ में भर्ती कराया था, ताकि अच्छी सुविधा में बच्चे का जन्म हो सके, लेकिन मंजीत सिंह के साथ इसके उल्ट हो गया. पैसों के चक्कर में नार्मल डिलेवरी न कर हॉस्पिटल प्रबंधन ने ऑपरेशन करा दी.

आनन फानन में बच्चे को किया गया रेफर

जब मां बच्चे को जन्म देती है वैसे ही बच्चे की हालत बिगड़ने लगी, जिसके बाद आनन फानन में हॉस्पिटल प्रबंधन ने पीड़ित को इलाज के लिए रायपुर एम्स रेफर कर दिया, जहां बच्चे की रास्ते में ही मौत हो गई.

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पुलिस ने नहीं दर्ज किया FIR

एम्स रायपुर के डॉक्टरों ने पीड़ित पिता को बताया कि बच्चे की नाभि में गलत तरीके से पंचिंग किया गया है, जिसके कारण ब्लड का सर्कुलेशन बंद नहीं हुआ, जिसके कारण बच्चे की मौत हो गई है. पीड़ित पिता अपने मृत बच्चे को लेकर मनेंद्रगढ़ पुलिस के पास पहुंचे तो पुलिस ने पीड़ित पिता और हॉस्पिटल प्रबंधन के बीच सुलह करने की सलाह दी और मामला दर्ज नहीं किया गया.

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अनूपपुर कलेक्टर से न्याय की गुहार 

अब पीड़ित पिता ने अब हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ अनूपपुर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से न्याय के लिए गुहार लगाई है. साथ ही मृतक नवजात का पोस्टमार्टम के लिए दफन किए गए शव को निकालने के लिए आवेदन दिया. हालांकि प्रशासन ने अनुमति प्रदान की गई और को शव निकालकर पोस्टमार्टम करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा लाया गया है.

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