NDTV World Summit 2025: एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2025 आज से शुरू हो चुका है. इस समिट में देश-विदेश की दिग्गज हस्तियां शामिल हो रही हैं. NDTV वर्ल्ड समिट 2025 में 'आखिरी नौकरी? एआई और काम का भविष्य' सेशन में डेलॉयट के प्रिंसिपल और ग्लोबल AI लीडर नितिन मित्तल ने कहा कि AI प्रणालियां जो न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप के साथ अपने लक्ष्य निर्धारित कर सकती हैं, योजना बना सकती हैं और कार्रवाई कर सकती हैं.उन्होंने एआई को तीन श्रेणियों Agentic, Sovereign और Physical में बांटा. उन्होंने एआई द्वारा संस्कृति और भाषा को संरक्षण की भी बात की.
क्या AI हमसे नौकरियां छीन लेगा?
क्या AI हमसे नौकरियां छीन लेगा. इस सवाल पर मित्तल ने कहा कि चुनौती ये है कि आप नौकरी पर पड़ने वाले असर की जगह ये सोचिए कि कैसे हम इसके निवेशक बने और AI का जमकर इस्तेमाल करें. उन्होंने कहा कि AI के बारे में ज्यादा सोचना छोड़ दीजिए बल्कि इसके बारे में और जानिए. जब रेलवे का वाष्प इंजन आया था तो उस वक्त भी लोगों को चिंता हुई थी. AI भी उससे अलग नहीं है.
मित्तल ने Sovereign AI का जिक्र करते हुए कहा कि अगर भारत के पास ये मॉडल नहीं होगा तो हम अपनी संस्कृति, भाषा को संरक्षित करने की क्षमता गंवा देंगे. हम अपने नागरिकों को वैसी भाषा के बारे में नहीं बता सकते हैं जो वो जानते हैं.
एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2025 में नितिन मित्तल ने कहा, "मैंने एआई के कारण एक भी नौकरी जाते नहीं देखी. कोडिंग इसका एक आदर्श उदाहरण है. जिन नौकरियों पर असर पड़ता है, वे इंसान द्वारा की जाने वाली होती हैं, जैसे कि व्हाइट कोडिंग. ख़ास तौर पर एजेंटिक एआई, और निकट भविष्य में फ़िज़िकल एआई, नौकरियों पर असर डालेगा, लेकिन मैंने एआई के कारण एक भी नौकरी जाते नहीं देखी. AI इकोनॉमी भविष्य है. भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े कई प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं."
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