MP News in Hindi : NDTV की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है. NDTV ने बोकराटा में जर्जर भवन में चल रही प्राथमिक स्कूल की खबर को अपने चैनल पर प्रमुखता से दिखाया था, जिसके बाद प्रशासन नींद से जागा और इस जर्जर भवन में चल रही स्कूल को बंद कर वहां पर पढ़ने वाले बच्चों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की. बच्चों को दूसरे स्कूल भवन में शिफ्ट किया गया, जिससे अब वे भयमुक्त होकर पढ़ाई कर रहे हैं. पालक संघ के अध्यक्ष सुनील सोलंकी ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए बताया कि वे इस जर्जर भवन में चल रही स्कूल को शिफ्ट करने और उसे गिराने के लिए पिछले 4 साल से संघर्ष कर रहे थे. आखिरकार NDTV की खबर दिखाने के अगले ही दिन प्रशासन हरकत में आया और बच्चों को एक सुरक्षित स्कूल में शिफ्ट किया. सुनील सोलंकी ने NDTV को धन्यवाद दिया और कहा, "आज जो बच्चे स्कूल में भयमुक्त पढ़ रहे हैं, यह सिर्फ NDTV की खबर का असर है.
कितने साल पुराना है स्कूल ?
1952 में बनी इस स्कूल में 70 से अधिक बच्चे पढ़ रहे थे, लेकिन जर्जर हालत के चलते उनमें डर का माहौल बना हुआ था. पालकों ने कई बार शिकायत दर्ज कराई कि इस स्कूल को डिस्मेंटल कर दूसरी स्कूल में बच्चों को बिठाया जाए ताकि वे सुरक्षित रहें. लेकिन प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. पालक संघ के अध्यक्ष ने जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासन के दफ्तरों तक दौड़ लगाई, पर वहां भी कुछ नहीं हासिल हुआ.
यह भी पढ़ें:
"मैं जहां-जहां जाता हूं CM मेरे पीछे-पीछे..." , भूपेश बघेल का विष्णु देव साय पर सियासी तंज
NDTV की खबर का असर
NDTV ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया और प्रशासन को नींद से जागने पर मजबूर किया. इसके बाद प्रशासन ने बच्चों को एक अच्छी स्कूल में शिफ्ट किया और उन्हें भयमुक्त किया. हालांकि, सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि इस क्षेत्र में कई अन्य स्कूल भी जर्जर भवनों या झोपड़ियों में संचालित हो रही हैं. क्या प्रशासन जल्द ही इन स्कूलों की भी व्यवस्था करेगा? यह तो समय ही बताएगा कि प्रशासन शिक्षा के क्षेत्र में कितना गंभीर नजर आ रहा है.
यह भी पढ़ें:
छिंदवाड़ा में कांग्रेस को बड़ा झटका! कांग्रेस के पूर्व विधायक कमलेश शाह ने थामा BJP का दामन