
पूरा देश इस समय नवरात्रि 2025 के पावन पर्व में माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना में लीन है. यह पर्व केवल भक्ति और शक्ति का उत्सव नहीं, बल्कि नारी के अदम्य साहस, ज्ञान, करुणा और नेतृत्व का जश्न भी है. जैसे हर दिन देवी का एक अलग रूप पूजनीय होता है, वैसे ही हमारे समाज में कुछ महिलाएँ अपने अलग-अलग शक्ति के रूपों से योगदान दे रही हैं.
हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ कैडर की उन 9 महिला IAS-IPS अधिकारियों की, जो अपनी कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और जनसेवा के ज़रिए न सिर्फ खुद को साबित कर रही हैं, बल्कि अपराधियों में खौफ भी पैदा कर रही हैं. किसी से खनन माफिया तो किसी से नक्सलियों की रूह कांपती है.
कोई गाँव की गलियों से निकलकर UPSC की ऊँचाइयाँ छूती है, तो कोई भेदभाव और निजी संघर्षों को अपनी ताकत बनाकर प्रशासनिक व्यवस्था में बदलाव ला रही है. इस नवरात्रि 2025, आइए जानें इन नारी शक्तियों की कहानी, जो लाखों लड़कियों के लिए प्रेरणा और पूरे देश के लिए गर्व का कारण बन चुकी हैं.
1. स्वाति मीणा, IAS
स्वाति मीणा मध्य प्रदेश कैडर की दबंग लेडी आईएएस में से एक हैं. ये राजस्थान के सीकर जिले की श्रीमाधोपुर तहसील के गांव बुरजा की रहने वाली हैं. 1984 को जन्मीं स्वाति मीणा ने UPSC की सिविल सेवा परीक्षा 2007 में 260वीं रैंक हासिल की थीं. महज 22 साल की उम्र में आईएएस बन गई थीं.
मध्य प्रदेश के मंडला में पोस्टिंग के दौरान स्वाति मीणा खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करके चर्चा में आई थीं. आईएएस स्वाति मीणा की शादी 25 मई 2014 में हुई. उनके पति तेजस्वी नायक भी मध्य प्रदेश कैडर में आईएएस हैं. तेजस्वी नायक मूलरूप कर्नाटक के निवासी हैं.
2. टीना डाबी, IAS
भारतीय प्रशासनिक सेवा की सबसे चर्चित IAS अधिकारी टीना डाबी मध्य प्रदेश कैडर में तैनात तो नहीं हैं, मगर ये भोपाल में पली-बढ़ी हैं. संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा 2015 में महज 22 साल की उम्र में अखिल भारतीय स्तर पर प्रथम स्थान हासिल करके टीना डाबी ने इतिहास रच दिया था.
टीना डाबी वर्तमान में राजस्थान के बाड़मेर की जिला कलेक्टर हैं. इससे पहले जैसलमेर की कमान संभाल चुकी हैं. दोनों जिले भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित हैं. टीना डाबी के पति प्रदीप गंवाडे और बहन रिया डाबी भी IAS हैं.
3. सृष्टि जयंत देशमुख, IAS
सृष्टि जयंत देशमुख मध्य प्रदेश कैडर की 2019 बैच की IAS अधिकारी हैं, जिन्होंने 2018 में UPSC सिविल सेवा परीक्षा में पांचवीं रैंक हासिल कर अपने बैच की महिला टॉपर बनने का गौरव हासिल किया. भोपाल में जन्मीं सृष्टि ने लक्ष्मी नारायण कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी से केमिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री प्राप्त की.
सृष्टि जयंत देशमुख ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी और पहले प्रयास में ही सफलता प्राप्त की. वर्तमान में वह मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में जिला पंचायत के CEO के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने अपने ही कैडर के एक IAS अधिकारी, डॉ. नागार्जुन बी गौड़ा से विवाह किया है.
4. तपस्या परिहार, IAS
तपस्या परिहार 2018 बैच की मध्य प्रदेश कैडर की IAS अधिकारी हैं, जिन्होंने साल 2017 की UPSC सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 23 हासिल की. नरसिंहपुर के एक किसान परिवार से आने वाली तपस्या ने शुरुआती पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय से की और बाद में पुणे के इंडियन लॉ सोसाइटी लॉ कॉलेज से कानून में डिग्री प्राप्त की.
उन्होंने अपनी पहली UPSC परीक्षा में प्रीलिम्स पास नहीं की. दूसरी बार मॉक टेस्ट व मेन्स परीक्षा की खूब प्रैक्टिस कर शानदार सफलता पाई. तपस्या की शादी IFS अधिकारी गर्वित गंगवार से हुई है. ये शादी में कन्यादान की रस्म से इंकार करके भी चर्चा में आ चुकी हैं.
5. छवि भारद्वाज, IAS
2008 बैच की IAS अधिकारी छवि भारद्वाज ने मध्यप्रदेश के कई जिलों में कलेक्टर और कमिश्नर के रूप में काम करते हुए अपनी अलग पहचान बनाई है. उनका जन्म 2 जून 1985 को उत्तराखंड में हुआ. डिंडौरी में कलेक्टर रहते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ साहसिक कदम उठाए और 50 हजार रुपये का रिश्वत लिफाफा पकड़ा कर FIR दर्ज करवाई.
जबलपुर में हिंसा नियंत्रण के लिए सुरक्षा जैकेट पहनकर लाठी लेकर खुद मैदान में उतरीं और अपनी दबंग छवि बनाई. छवि IAS अफसरों की जिंदगी पर आधारित उपन्यास 'Like a Bird on the Wire' की लेखिका भी हैं. उनके पति नंदकुमारम भी IAS अधिकारी हैं.
6. सिमाला प्रसाद, IPS
सिमाला प्रसाद का जन्म 8 अक्टूबर 1980 को जबलपुर, मध्य प्रदेश में हुआ. वे एक सांस्कृतिक और शिक्षित परिवार से हैं, जिनकी मां मेहरुन्निसा परवेज पद्मश्री सम्मानित साहित्यकार हैं और पिता भागीरथ प्रसाद एक ईमानदार IAS अधिकारी रहे. सिमाला ने भोपाल के सेंट जोसेफ स्कूल से पढ़ाई की और बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय से बीकॉम और सोशियोलॉजी में पोस्टग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की.
कॉलेज के दिनों में वे गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी हैं. सिमाला का थिएटर और अभिनय में गहरा शौक रहा, उन्होंने कई नाटकों के साथ-साथ फिल्मों जैसे ‘आलिफ' और ‘नक्काश' में भी अभिनय किया है. वे 2010 में UPSC परीक्षा पास कर 2011 में IPS अधिकारी बनीं. उनका समर्पण और बहुमुखी प्रतिभा UPSC की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है.
7. अनु बेनीवाल, IPS
दिल्ली की रहने वाली IPS अनु बेनीवाल 2022 बैच की मध्य प्रदेश कैडर अधिकारी हैं. 2021 में सिविल सेवा परीक्षा पास की थी. अनु बेनीवाल को उनके साहस और दृढ़ता के लिए ‘लेडी सिंघम' के नाम से जाना जाता है. ग्वालियर चंबल में खनन माफियाओं के छक्के छुड़ा दिए और इस वजह से सुर्खियों में भी खूब रहीं. एक बार एक युवक को पकड़ा गया था जो उनकी जासूसी कर माफियाओं को उनकी लोकेशन देता था.
8. कृष्णावेणी देशावतु, IPS
2007 बैच की IPS अधिकारी कृष्णावेणी देशावतु वर्तमान में भोपाल में SAF (Special Armed Force) की DIG के पद की जिम्मेदारी भी निभा रही हैं. अपनी सख्त कार्यशैली, सोशल पुलिसिंग और फिटनेस को लेकर वे हमेशा चर्चा में रहती हैं. कोविड-19 महामारी के दौरान देवास में SP रहते हुए उन्होंने साइकिल से पेट्रोलिंग कर एक अलग मिसाल पेश की थी. वे ईमानदार और कर्मठ छवि के लिए जानी जाती हैं. उनके पति श्रीकांत बनोट एक IAS अधिकारी हैं.
9. अंकिता शर्मा, IPS
अंकिता शर्मा छत्तीसगढ़ कैडर की 2018 बैच की पहली महिला IPS अधिकारी हैं. उनका जन्म 25 जून 1990 को दुर्ग जिले के सिकोसा गांव में हुआ. तीसरे प्रयास में UPSC 2018 की परीक्षा में 2023वीं रैंक हासिल कर उन्होंने IPS बनने का सपना पूरा किया.
मई 2022 में वे खैरागढ़ की SP बनीं और नक्सल प्रभावित बस्तर में उन्हें नक्सल ऑपरेशनों की इंचार्ज भी बनाया गया. पहले दो प्रयासों में असफलता के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपने हौसले से इतिहास रच दिया. उनकी बहादुरी, संघर्ष और सफलता की कहानी आज पूरे राज्य के लिए प्रेरणा है.