Bhopal News: वाह रे मोहन सरकार ! मंत्री के बेटे ने दोस्तों संग रेस्टोरेंट मालिक का सिर फोड़ा, कार्रवाई करने पर 4 पुलिस वाले सस्पेंड

मोहन सरकार में राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे अभिज्ञान पटेल पर एक मीडिया कर्मी सहित चार लोगों के खिलाफ अपने दोस्तों के साथ मिलकर मारपीट करने का आरोप है. बताया जाता है कि सत्ता के नशे में चूर मंत्री के बिगड़ैल बेटे ने पहले मीडियाकर्मी की बाइक को पीछे से टक्कर मारी, और फिर विरोध करने पर  मीडियाकर्मी की पिटाई कर दी गई. इस दौरान मीडिया कर्मी को बचाने आए घटनास्थल के पास मौजूद एक रेस्टोरेंट के मालिक, उसकी पत्नी और नौकर की भी मंत्री के बेटे और उनके दोस्तों ने पिटाई कर दी.

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Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. mohan Yadav) अपने कई फैसलों से ये संदेश दे चुके हैं कि उनकी सरकार में हर नागरिक बराबर हैं. किसी को छोटा न समझा जाए, लेकिन उनके  ही मंत्री सीएम मोहन के इस आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला शनिवार की रात राजधानी भोपाल (Bhopal) में सामने आया. जहां मध्य प्रदेश शासन (Madhya Pradesh Government) के राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल (Narendra Shivaji Patel) के बेटे अभिज्ञान पटेल पर मारपीट करने का मामला दर्ज हुआ. हालांकि, इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि मंत्री के लाडले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बजाय मंत्री के बिगड़ैल बेटे को हिरासत में लेने वाले 4 पुलिस वालों को ही सस्पेंड कर दिया गया.

दरअसल, मोहन सरकार में राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे अभिज्ञान पटेल पर एक मीडिया कर्मी सहित चार लोगों के खिलाफ अपने दोस्तों के साथ मिलकर मारपीट करने का आरोप है. बताया जाता है कि सत्ता के नशे में चूर मंत्री के बिगड़ैल बेटे ने पहले मीडियाकर्मी की बाइक को पीछे से टक्कर मारी, और फिर विरोध करने पर  मीडियाकर्मी की पिटाई कर दी गई. इस दौरान मीडिया कर्मी को बचाने आए घटनास्थल के पास मौजूद एक रेस्टोरेंट के मालिक, उसकी पत्नी और नौकर की भी मंत्री के बेटे और उनके दोस्तों ने पिटाई कर दी.

मारपीट का मामला CCTV में कैद

मारपीट का ये पूरा मामला CCTV में भी कैद हो गया है. बताया जाता है कि ये घटना शाहपुरा थाना इलाके की त्रिलंगा कॉलोनी की है. घटना के तत्काल बाद मंत्री पुत्र और उसके दोस्तों के खिलाफ पुलिस ने मार-पीट और गाली-गलौज की धाराओं में मामला दर्ज किया. इसके साथ ही पुलिस मंत्री के बेटे को लेकर थाने पहुंची, तो घटना की सूचना मिलते ही मंत्री महोदय थाने पहुंच गए. इस दौरान मंत्री ने हिरासत के दौरान पुलिस पर बेटे के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया.
इसके बाद मंत्री की शिकायत पर चार पुलिस वालों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गाय.

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घटना पर गरमाई सियासत

वहीं, इस मामले पर राज्य में सियासत गरमा गई है. इस मामले को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी रविवार को पीड़ितों से मिलने पहुंचे. इस दौरान वह पीड़ितों से मिलने के लिए त्रिलंगा के घटनास्थल के रेस्टोरेंट भी गए. यहां उन्होंने घायल रेस्टोरेंट संचालक पति-पत्नी से मुलाक़ात की. इसके बाद पटवारी पीड़ित रेस्टोरेंट मालिक और पत्रकार को साथ लेकर शाहपुरा थाने पहुंचे. 

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पीड़ितों को लेकर शाहपुरा थाने पहुंचे जीतू पटवारी

थाने से निकलने के बाद जीतू पटवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अराजकता का माहौल है. मुख्यमंत्री को कानून व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए. एक पत्रकार के साथ मारपीट की गई. वहीं, जब उसको बचाने के लिए रेस्टोरेंट संचालक आया, तो उसको और उसकी पत्नी के साथ भी मारपीट की गई. उन्होंने कहा कि इस मामले में सबसे चिंता का विषय ये है कि इस मामले कार्रवाई करने पर कानून व्यवस्था संभालने वाले चार पुलिसकर्मियों को ही सस्पेंड कर दिया गया. पटवारी ने आरोप लगाया कि इस मामले में गंभीर धाराओं में मामला दर्ज करने की जगह मामूली धाराओं में मामला दर्ज किया गया. जीतू पटवारी ने कहा कि इस सबको लेकर में सीएम को पत्र लिखूंगा.

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वहीं, रेस्टोरेंट संचालक ने बताया कि जब हम थाने में FIR लिखवाने गए, तो मंत्री पुत्र के दोस्तों ने हमें धमकाया. रेस्टोरेंट संचालक की पत्नी का कहना है कि नशे में धुत लड़के-लड़कियों ने मारपीट की. मुझे रेस्टोरेंट से बाहर खींचने की कोशिश की गई. इस दौरान मेरे पति के सिर में गंभीर चोट आई है.