नायाब तहसीलदार ने ली रिश्वत ? 50 लोगों ने एक साथ कलेक्टर से कर दी शिकायत

Singrauli : जानकारी के अनुसार, तहसीलदार बुद्धसेन मांझी पहले भी अपने कामकाज को लेकर चर्चा में रह चुके हैं. बता दें कि गांवों में एक ही परिवार के कई लोगों के नाम जमीन होती है.

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जनसुनवाई के दौरान की तस्वीर

MP News in Hindi : मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक परिवार के करीब 50 लोगों ने नायाब तहसीलदार पर रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने ये आरोप सीधे कलेक्टर की जनसुनवाई में लगाया और कहा कि साहब ! हमने पैसे दिए, फिर भी काम नहीं हुआ. अब या तो हमारा पैसा दिलवा दीजिए या फिर हमारा काम करवा दीजिए.  बता दें कि सिंगरौली जिले के बसौड़ा गांव के रहने वाले रामगोपाल पाल और उनके परिवार के करीब 50 लोग कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि उनकी जमीन का बंटवारा ठीक से नहीं हुआ है. जब वे इस काम के लिए खुटार के नायाब तहसीलदार बुद्धसेन मांझी के पास गए, तो उन्होंने 65 हजार रुपये की मांग कर दी.

ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने 45 हजार रुपये तहसीलदार को सीधे उसके कमरे में जाकर दे दिए और बाकी 20 हजार रुपये तहसीलदार के ड्राइवर को दिए. लेकिन रिश्वत देने के बाद भी उनका जमीन बंटवारे का काम नहीं हुआ.

कलेक्टर भी रह गए हैरान

जब ग्रामीणों ने यह बात कलेक्टर के सामने रखी, तो वे भी चौंक गए. ग्रामीणों ने साफ शब्दों में कहा कि हमने पैसे दिए हैं, अब या तो काम करवाइए या पैसे वापस दिलाइए. ये सुनते ही कलेक्टर तुरंत एक्शन में आ गए. उन्होंने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि मामले की सच्चाई जल्द सामने लाई जाए और दोषी पर कड़ी कार्रवाई हो.

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पहले भी विवादों में रहे हैं तहसीलदार

जानकारी के अनुसार, तहसीलदार बुद्धसेन मांझी पहले भी अपने कामकाज को लेकर चर्चा में रह चुके हैं. बता दें कि गांवों में एक ही परिवार के कई लोगों के नाम जमीन होती है. जमीन का सही बंटवारा न हो तो परिवार में विवाद होता है. इसी बंटवारे को दुरुस्त कराने के लिए ग्रामीण तहसीलदार के पास गए थे.

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