बलवा ड्रिल : पत्थरबाजों को पल भर में पुलिस ने ऐसे सिखाया सबक, त्योहारों से पहले पुलिस ने ऐसे दिखाया दमखम

Festival in Madhya Pradesh: त्योहारों को देखते हुए मध्य प्रदेश पुलिस पूरी तरह से तैयार हो गई है. पुलिस ने त्योहारों के मौके पर होने वाले किसी भी बल्ब को कंट्रोल करने के लिए बलवा ड्रिल की. इस दौरान दंगे से डील करने के लिए पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी गई.

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MP Police New Update: आगामी त्योहारों के दौरान हिंसा की संभावना को देखते हुए सतना पुलिस ने मंगलवार को बलवा अभ्यास किया. इस दौरान पुलिस का पूरा फोकस होने वाले पथराव पर रहा. लिहाजा, पथराव की परिस्थिति को कैसे नियंत्रित किया जाए, इसके संबंध में पुलिस कप्तान आशुतोष गुप्ता ने टिप्स दिए, जिनको अपनाकर पुलिस पार्टी ने कुछ ही क्षणों में पत्थरबाजों को नियंत्रित कर लिया.

आपको बता दें कि आगामी दिनों नव दुर्गा, दशहरा, दिवाली जैसे त्योहार आने वाले हैं. इस के मद्देनजर कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सतना पुलिस ने सोमवार को पुलिस लाइन स्थित परेड ग्राउंड में बलवा ड्रिल का अभ्यास किया. इस अभ्यास का उद्देश्य कानून-व्यवस्था की चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए पुलिस बल को तैयार करना था. ड्रिल के दौरान पुलिस पर पत्थर फेंकने की स्थिति बनाई गई. पुलिस ने न्यूनतम बल का उपयोग करते हुए स्थिति को नियंत्रण में लिया, जिससे कानून-व्यवस्था को प्रभावी ढंग से बहाल करने की क्षमता का प्रदर्शन किया गया.

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आंसू गैस और राइफल का भी किया गया प्रयोग

बलवा ड्रिल में पुलिस की पांच विशेष पार्टियों ने भाग लिया. एक दल आंसू गैस का था. इसके अलावा केन पार्टी, लाठी पार्टी, राइफल पार्टी और रिजर्व पार्टी के उपयोग की बारीकियां भी बताई गईं. इसके साथ ही कहा गया कि पुलिसकर्मी वास्तविक परिस्थितियों से बेहतर ढंग से निपटने के लिए तैयार रहे. उन्होंने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को ऐसे अभ्यासों को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए. इस मौके पर पुलिसकर्मियों को विभिन्न प्रकार के दंगा रोधी हथियारों की जानकारी भी दी गई, ताकि भविष्य में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए उन्हें सक्षम बनाया जा सके. बलवा ड्रिल में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवेश सिंह बघेल, रक्षित निरीक्षक श्रीमती देविका सिंह बघेल, और जिले के विभिन्न थानों एवं चौकियों के 172 से अधिक पुलिस अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे.

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