MP Constable Recruitment Scam: आरक्षक भर्ती में बड़ा घोटाला, अब SIT जांच; देखिए शिवपुरी का फर्जीवाड़ा

MP Police Constable Exam Scam: इस मामले में NDTV ने कुछ साल्वरों के नाम पता लगा लिए हैं और कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. जिसका खुलासा हम जल्द करेंगे मामले की पूरी जांच करने के लिए हमने एक SIT टीम का गठन किया है जो समय सीमा के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट सौंप कर मामले से पर्दा हटाने की कोशिश करेगी.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
MP Police Constable Recruitment Scam: आरक्षक भर्ती में घोटाला

MP Police Constable Exam Scam: मध्य प्रदेश के बहुचर्चित आरक्षक भर्ती घोटाले में अब बड़े खुलासे की उम्मीद पैदा करते हुए पुलिस अधीक्षक शिवपुरी ने SIT का गठन किया है. यह कमेटी एक महीने के अंदर पूरी जांच रिपोर्ट सौंप कर बड़ा खुलासा कर सकती है. वहीं मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के सतन बाड़ा थाना क्षेत्र में अब तक छह ऐसे नव नियुक्त आरक्षकों के खिलाफ साल्वरों की मदद से परीक्षा देने का मामला दर्ज किया जा चुका है. इस मामले में पुलिस को यह लगता है कि पूरे मामले में सॉल्वर अभ्यर्थी और इसका एक गैंग है, जो पकड़ में आना जरूरी है. यही वजह है कि इस कमेटी को जांच के आदेश जारी कर दी गए हैं. प्राथमिक जानकारी में पुलिस के पास में सॉल्वरों के नाम और कुछ आरोपी गिरफ्त में भी आ चुके हैं, जिनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है.

क्या है मामला?

आरक्षकों का भरती से संबंधित यह मामला वर्ष 2023 में एसएएफ की 18वीं बटालियन शिवपुरी में आरक्षक और रेडियो पद के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी. घाटीगांव के भंवरपुरा के जखौदा गांव के निर्भय पुत्र सुघर सिंह गुर्जर और डबरा के रजियादार निवासी भूपेंद्र सिंह पुत्र रामलखन सिंह गुर्जर भी शामिल हुए दोनों ने लिखित और शारीरिक परीक्षा दी. इस दौरान लगाए गए आधार कार्ड के फिंगरप्रिंट और शारीरिक परीक्षा में लगाए गए फिंगरप्रिंट में अंतर पाया गया. ये गड़बड़ी पुलिस मुख्यालय ने तब पकड़ी जब दोनों फोटो का मिलान किया तो ये मिसमैच पाए गए. अभी इसी तरह के मामले में कुल सतनवाड़ा थाने में ही 6 आरोपियों को नाम जुड़ गए हैं.

Advertisement

₹1 करोड़ का इनामी सुधाकर; युवाओं को हिंसक बनाने वाला नक्सली टीचर, कभी शांति चाहता था... जानिए पूरी कहानी

Advertisement


इनके खिलाफ किया गया है पुलिस में मामला दर्ज

इस मामले में जिन पर फर्जी तौर से परीक्षा देने का मामला पंजीबद्ध किया गया है उसमें अभ्यर्थी युवक रामनरेश भूपेंद्र धर्मेंद्र मोनू रावत अंकेश रावत और निर्भय सिंह शामिल बताए जा रहे हैं. पुलिस जांच में सामने आया है कि जो आधार कार्ड और हस्ताक्षर इनके हैं वह मूल रूप से प्रमाणित नहीं हुए. यही वजह है कि अब इनसे पूछताछ की जा रही है.

Advertisement

V Mitra: बिजली विभाग का नया एप, शिकायत करने पर ₹50,000 तक का इनाम, दोषी कर्मचारी से होगी 1.5 गुना वसूली

SIT में एडिशनल एसपी सहित होंगे चार जांच अधिकारी

वर्ष 2023 में 18वीं बटालियन के अंदर आरक्षक भर्ती घोटाला अब लगातार न केवल तूल पकड़ रहा है बल्कि इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन ने जांच करते हुए आगे बढ़ने का मन बना लिया है. यही वजह है कि एक SIT बनाई गई है इसमें एडिशनल एसपी शिवपुरी सहित तीन पुलिस अधिकारी शामिल रहेंगे, जो पूरी जांच रिपोर्ट 1 महीने के भीतर सौंप कर मामले का खुलासा करने की कोशिश अंजाम देंगे.

क्या बोले पुलिस अधीक्षक?

इस मामले को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक शिवपुरी अमन सिंह राठौड़ का कहना है कि हमने पूरे मामले को बड़ी ही संवेदनशीलता के साथ लिया है. शिवपुरी जिले में मौजूद सतन बाड़ा थाने में इन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है अब तक हमारे सामने कुल 6 ऐसे संदिग्ध आरोपी हैं जिनके संबंध में पुलिस जांच पड़ताल कर रही है.

यह भी पढ़ें : MP Police Constable Recruitment Fraud: Real Candidate की जगह Solver से दिलाया Exam फिर हुआ खुलासा

यह भी पढ़ें : MP Police Constable Recruitment: Vyapam Scam की तर्ज पर एक और बड़ा फर्जीवाड़ा! | Pradesh Ka Prashn