MP News: खेल-खेल में जंगल से जुड़ें युवा, 99% तक कम हो गई आगजनी की घटनाएं

Betul News: जंगल में लगने वाली आग हर साल जंगलों को तबाह कर देती है. इससे जंगल और वन्य जीव खत्म हो जाते हैं. आग की रोक के लिए बैतूल के DFO ने ग्रामीणों और अधिकारियों के साथ मिलकर 748 बैठक की और नतीजा ये निकला की चालू सत्र में आगजनी की घटनाओं को 99 प्रतिशत तक रोक दिया गया.

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बैतूल में 748 बैठकों के बाद 99 प्रतिशत आगजनी की घटनाओं में लगी रोक

MP Latest News: पर्यावरण संरक्षण (Environment Protection) और वन्य सुरक्षा को लेकर एमपी (Madhya Pradesh) के बैतूल जिले से एक अच्छी खबर सामने आई. जंगलों में लगने वाली आग को रोकने के लिए बैतूल में हुए काम की चर्चा भोपाल (Bhopal) तक हो रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) भी पर्यावरण संरक्षण के लिए बेहद गंभीर हैं. ऐसे में वन संपदा, सघन वन और वन्यजीवों से समृद्ध बैतूल जिले के पश्चिम वन मंडल में बीते कुछ वर्षों में गर्मी के सीजन में आग लगने की घटनाएं बढ़ती ही जा रही थी. 95 हजार हेक्टेयर वाले पश्चिम वन मंडल (Western Forest Division) में बढ़ती आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए बड़े प्रयास किये गए.

डीएफओ वरुण यादव (DFO Varun Yadav) ने रेंजरों, वनकर्मियों और वनवासियों से सुझाव आमंत्रित कर एक कारगर योजना तैयार की है. जमीनी स्तर पर पहुंचकर जंगल में आग लगने के हर पहलुओं को ध्यान में रखकर बनाई गई.

99% जंगल की आग पर लगी रोक

पश्चिमी वन मंडल ने जंगल में चालू सत्र में 99 % जंगल की आग को रोक दिया.

इस योजना का नतीजा यह हुआ कि पश्चिमी वन मंडल ने जंगल में चालू सत्र में 99 % जंगल की आग को रोक दिया है,और यह सब मुमकिन हो पाया है. डीएफओ के बनाए संयुक्त वन प्रबंधन कार्यक्रम से. पिछले आंकड़ों की बात करें तो पश्चिम वन मंडल की 123 बीटों में 88 बीट आगजनी के नजरिए से अतिसंवेदनशील मानी जाती है, जिनमें 2021 में 1299 आगजनी की घटनाओं में 478 हेक्टेयर वन भूमि में हानि हुई थी. 

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संयुक्त वन प्रबंधन कार्यक्रम के बाद 2024 में 12 आगजनी के मामलों में केवल 9 हेक्टेयर वन भूमि में हानि हुई है, विभाग ने 99 % आगजनी को जंगल में होने से रोक लिया है. 

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खेल-खेल में जंगल से जुड़े युवा

युवाओं को खेल कूद के माध्यम से जंगल से जोड़ा गया.

संयुक्त वन प्रबंधन कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों को वनों से जोड़ने गांवों में विकास कार्य किए गए. इसके साथ ही युवाओं को खेल कूद के माध्यम से जंगल से जोड़ा गया. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में वनों में आग पर काबू पाने जागरूकता के लिए चार महीनों में 748 बैठक ली गई. प्रशिक्षण,संसाधन उपलब्ध करवा कर टीम वर्क किया गया.अब मध्यप्रदेश में पश्चिम वन मंडल ने क्षेत्रफल के नजरिए से जंगल की आग रोकने में पहला स्थान हासिल किया है.पश्चिम वन मंडल इस उपलब्धि के लिए राज्य स्तर पर सम्मानित होने का हकदार भी हो गया है.

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