थाना प्रभारी ने भाई बनकर थाने में कराई यवुती की गोद भराई, पति के साथ विदा हुई पीड़िता, जानिए पूरा मामला

MP News: थाना प्रभारी राजवत ने पीड़ित महिला से कहा कि अब ये टीआई आपका भाई है, वह एफआईआर भी लिखवाएगा और दो दिन के अंदर उसे थाने से ही खुशी-खुशी लिए विदा भी करेगा.

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Madhya Pradesh Positive News: ग्वालियर में पति की मारपीट से परेशान पहुंची एक गर्भवती महिला की मदद के लिए पुलिस ने पति के खिलाफ एफआईआर (FIR) तो लिखी, लेकिन कोई कानूनी कार्यवाही करने की जगह ऐसा अनुकरणीय कदम उठाया कि उसका परिवार टूटने से बच गया और थाना परिसर (Police Station) में उत्सव का माहौल बन गया. पुलिस (MP Police) ने आरोपी पति के खिलाफ कार्यवाही न करके उसे थाने बुलवाकर समझाया और थाना प्रभारी (Thana Incharge) ने महिला को अपनी बहन बनाया और महिला के गर्भवती होने के कारण थाने में ही उसकी गोद भराई (Baby Shower) की रस्म की गई और फिर थाने से ही खुशी-खुशी दोनों को विदाई की गई.

ये है पूरी कहानी

बेहट क्षेत्र के एसडीओपी (SDOP) संतोष पटेल क्षेत्र के भ्रमण के दौरान उटीला थाने पर थे, तभी एक गर्भवती महिला (Pregnant Woman) वहां अपनी शिकायत लेकर पहुंची कि उसका पति उसे अपने साथ नहीं रख रहा है. वह कपड़े बेचता है इसलिए कहीं और रहता है. उसे साथ रखने की बात कहने पर वह मारता-पीटता है और तीन महीने से वह अपने मायके में बूढे मां-बाप के साथ ही रह रही है. इस पर एसडीओपी ने थाना प्रभारी उटीला शिवम राजावत को उसकी शिकायत को मानवीय दृष्टिकोण से समझने को कहा.

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राजवत ने महिला से कहा कि अब ये टीआई आपका भाई है, वह एफआईआर भी लिखवाएगा और दो दिन के अंदर उसे थाने से ही खुशी-खुशी लिए विदा भी करेगा.

टीआई राजावत ने महिला के पति को थाने पर बुलाया. दोनों की बात सुनते समय उन्होंने कहा कि मैं अब इस महिला का भाई हूं और उसका घर बसाना चाहता हूं. आखिरकार बातचीत के जरिये सारी गलतफहमियां दूर हो गईं. एसडीओपी पटेल कहते है कि हमारे एसपी (Superintendent of Police) राजेश सिंह चंदेल चाहते हैं कि महिला अपराधों के मामले में पुलिस की भूमिका 'टीआई मेरा भाई' जैसी हो, ऐसे में हमने उनकी मंशा के अनुसार ही काम किया है. 

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ऐसे हुआ समझौता

पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को थाने के सामने स्थित मंदिर पर बैठाकर समझाया गया. दोनों के शक व संदेह को दूर करने का प्रयास किया गया. बातचीत में मायके पक्ष से यह बात आयी कि दामाद हमारी बेटी को साथ में रखे और जहां भी कपड़े बेचता वहीं उनकी बेटी को अपने साथ रखे. जिस पर दामाद नवल बंजारा भी तैयार हो गया.
 

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एसडीओपी संतोष पटेल का कहना है कि पति-पत्नी के छोटे-मोटे विवाद वर्षों तक चलते हैं जिससे परिवार को आर्थिक व मानसिक रूप से बड़ा नुकसान होता है व परिवार का सामाजिक विघटन भी होता है. हम सबका प्रयास है कि टीआई मेरा भाई की भावना हर जगह दिखाई दे.

थाने में ही हुई गोद भराई

बातचीत के दौरान ही एसडीओपी पटेल और टीआई राजवत को पता चला कि महिला गर्भवती है तो टीआई ने कहा कि हमारे यहां गर्भवती की गोद भराई की रस्म होती है और अब बहन अपने घर जा रही है तो बहन के घर से गोद भराई होकर ही जाए. उन्होंने तत्काल कपड़े, मिठाई और अन्य उपहार मंगवाए और थाना परिसर में ही गोद भराई की रस्म की गई. इसके बाद उत्साह व उल्लास के साथ बहन को विदा किया. यह नजारा देखने उटीला के ग्रामीणों की भीड़ भी थाने पहुंच गयी. पुलिस ने गर्भवती बहन को साड़ी, साल, फल मिठाई और देकर गोद भराई की. दोनों ने वरमाला डालकर फिर से एक होकर दाम्पत्य जीवन जीने का संकल्प लिया. पुलिस ने दोनों को मोटरसाइकिल से विदा किया.

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