Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) से प्रसाद ना लेने की वजह से मारपीट का मामला सामने आया है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) के गृह नगर में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त होती जा रहीं है. रविवार को यहां सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के वकील और उनके परिवार पर काल भैरव मंदिर पर प्रसाद नही लेने पर दुकानदारों ने हमला कर दिया. हमलावरों ने वकील को घायल करने के साथ ही उनके परिवार के साथ मारपीट कर बेटी के कपड़े भी फाड़ दिए. मामले में भैरव गड़ पुलिस (MP Police) ने केस दर्ज़ कर लिया है.
प्रसाद ना खरीदने पर हुआ विवाद
मुंबई स्थित बोरिवली वेस्ट निवासी अमरदीप भट्टाचार्य दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के और उनका छोटा भाई ऋषिकेश हाइकोर्ट में वकील है. अमरदीप रविवार को महाकाल दर्शन के बाद काल भैरव मंदिर गए थे. यहां मंदिर से रवाना होते समय राजा भाटी ने उनका वाहन रोक कर प्रसाद खरीदने का कहा. 200 रूपए का प्रसाद नहीं लेने पर विवाद कर उसने अपने साथियों के साथ अमरदीप पर लोहे की रॉड से हमला कर घायल दिया. बीच बचाव करने पर ऋषिकेश, उनके पुत्र युवराज और जीत के साथ मारपीट की गई साथ ही 16 साल की पुत्री नेत्रा के कपड़े भी फाड़ दिए गए.
इस घटना में गंभीर रूप से घायल अमरदीप को जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया है. बता दे कि उज्जैन मुख्यमंत्री डॉ यादव का गृह नगर है. उनका आदेश है कि बाहरी श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, गुंडागर्दी पर अंकुश हो इसके बावजूद शहर में गुंडागर्दी बढ़ती जा रही है.
अवैध दुकानों पर कब कसा जाएगा शिकंजा
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि दोनों पक्षों में मारपीट हुई है. घटना में राजा भाटी भी घायल हुआ है. उस पर पूर्व में भी इसी तरह के केस दर्ज़ हैें. मामले में उसे हिरासत में लेकर ईलाज करवा रहे हैं. काल भैरव मंदिर पर पहले भी इस तरह की घटना सामने आईं हैं इसलिए मौके पर पुलिस और प्रशासन की टीम गई है. उन्होंने कहा कि अब यहां से अवैध और बदमाशों की दुकानें हटाने की कार्रवाई भी की जाएगी.
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प्रसाद फेंककर मांगे गए जबरदस्ती रुपए
वहीं इस घटना के बारे में पीड़ित अमरदीप की पत्नी शेजल भट्टाचार्य ने बताया कि राजा नाम के व्यक्ति ने जबरन विवाद किया. पार्किंग में भी फूलप्रसादी बेचने वालों ने जबरदस्ती फूल - प्रसादी देने की कोशिश की. कहा यहां गाड़ी लगाई तो प्रसाद लेना पड़ेगा. प्रसाद नहीं लिया तो जबरदस्ती गाड़ी में प्रसाद फेंककर 200रु मांगे गए. हमारे ड्राइवर कमल को भी डराया धमकाया गया और 60, 70 लोगों ने घेरकर हमला कर दिया. शेजल ने कहा कि हमारी बच्चियों और महिलाओं को भी नहीं छोड़ा गया.
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