MP News: फ्लैट में रह रहे थे 82, 85 व 104 वर्ष के 3 बुजुर्ग, अचानक खो गई चाबी, देखिए किस हाल में निकाले गए बाहर

Gwalior News: लश्कर इलाके के माधवगंज में स्थित साईं कृपा अपार्टमेंट के फ्लैट में 82 साल के आत्माराम ललकानी रहते हैं. उनके साथ 85 साल की बहन शीला और 104 साल की मां दयावती रहती हैं.  मां दयावती बिस्तर से चल फिर पाने में असमर्थ हैं. वहीं, बहन शीला बोलने-सुनने से लाचार हैं. फ्लैट की चाबी शनिवार को अंदर ही गुम हो गई, जिसके चलते पूरा परिवार फ्लैट में कैद हो गया.

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रेस्क्यू ऑपरेशन कर सुरक्षित बचाए गए बुजुर्ग.

Madhya Pradesh News: एक कहावत है कि सौ तोला सोना से बिगाड़ कर लो, लेकिन एक पड़ौसी से नही. ग्वालियर (Gwalior) में यह कहावत चरितार्थ होते भी दिखी.  यहां सही समय पर पड़ोसियों की मदद मिलने से फ्लैट में बंद बुजुर्ग परिवार के तीन सदस्यों की जान बच गई.

दरअसल, चाबी गुम हो जाने के चलते तीन बुजुर्गों का पूरा परिवार फ्लैट के अंदर ही कैद हो गया था. इसके बाद पड़ोसियों को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली , तो उनकी ओर से शुरू किये गए अपने तरह के अनूठे रेस्क्यू ऑपरेशन इन सभी सुरक्षित बचा लिया गया. अब इस अनूठे रेस्क्यू ऑपरेशन का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

बाथरूम में बेहोश मिला एक बुजुर्ग

लश्कर इलाके के माधवगंज में स्थित साईं कृपा अपार्टमेंट के फ्लैट में 82 साल के आत्माराम ललकानी रहते हैं. उनके साथ 85 साल की बहन शीला और 104 साल की मां दयावती रहती हैं.  मां दयावती बिस्तर से चल फिर पाने में असमर्थ हैं. वहीं, बहन शीला बोलने-सुनने से लाचार हैं. फ्लैट की चाबी शनिवार को अंदर ही गुम हो गई, जिसके चलते पूरा परिवार फ्लैट में कैद हो गया.  82 साल के आत्माराम ने अंदर से दरवाजा भी खटखटाया, लेकिन अपार्टमेंट में रहने वाले उनके किसी भी पड़ोसी को उनकी आवाज सुनाई नहीं दी. इसी बीच बाथरूम जाने के दौरान आत्माराम बेहोश होकर गिर पड़े.

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खिड़की तोड़ कर अंदर घुसे पड़ोसी

इस बीच आत्माराम के ग्वालियर निवासी भांजे ने हालचाल जानने के लिए उनको फोन लगाया, तो फोन रिसीव नहीं हुआ. थोड़ी देर बाद भांजा खुद ही मामा के फ्लैट पर पहुंचा, तो काफी आवाज लगाने के बाद भी अंदर से मामा आत्माराम से कोई जवाब नहीं मिला, तो भांजे ने अपार्टमेंट रहने वाले पड़ोसियों को बताया. इसके बाद उनकी  मदद से फ्लैट की खिड़की तोड़ी गई और फिर अंदर जाकर गेट खोला. इस बीच सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. अंदर जाकर देखा तो बाथरूम में आत्माराम बेहोश पड़े हुए थे, जिन्हें तत्काल लोगों की मदद से डॉक्टर के पास ले जाया गया. वहीं, कमरे के अंदर मौजूद बुजुर्ग दयावती और बहन शीला को इस बात की जानकारी तक नहीं थी.  इस घटना की जानकारी लगने के बाद आत्माराम के अन्य रिश्तेदार भी यहां पहुंच गए और फिर दयावती और शीला की देखरेख में लग गए. वहीं, अस्पताल में आत्माराम की स्थिति अब ठीक है.  पड़ोसियों द्वारा वक्त पर मदद करने से इस बुजुर्ग परिवार के तीन सदस्यों की जान बच गई.

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