इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के छात्रों ने कुलपति निवास का किया घेराव, जानें पूरा मामला

MP News: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में बिजली-पानी की समस्या को लेकर छात्रों ने कुलपति के निवास का घेराव किया. इस दौरान छात्रों ने जमकर नारेबाजी की.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Students Protest in IGNTU Amarkantak: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक (Indira Gandhi National Tribal University Amarkantak) हमेशा से ही अपने कार्य प्रणाली को लेकर सुर्खियां बटोरता रहता है. विश्वविद्यालय में बीती रात को छात्रों ने बिजली-पानी की समस्या को लेकर कुलपति (IGNTU Vice Chancellor) निवास का घेराव कर दिया. विश्वविद्यालय में बिजली-पानी की समस्या से जूझते हुए छात्रों का लगातार आज दूसरा दिन है. गौरतलब है कि विश्वविद्यालय में इन दिनों परीक्षा भी हो रही है. बिना बिजली के छात्रावास में रह रहे छात्रों को मोमबत्ती का सहारा लेना पड़ रहा है. 

वहीं पानी न होने से छात्रावास में रह रहे छात्र पिछले 50 घंटों से पानी के लिए तरस रहे हैं. जिसके बाद बीती रात छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा और रात में ही कुलपति निवास का घेराव कर दिया. इस दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए.

छात्रों ने देर रात कुलपति के घर का घेराव किया.

समस्याओं को किया गया दूर

इस पूरे मामले में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक के जनसंपर्क अधिकारी विजय दीक्षित ने फोन पर बताया कि मौसम खराब होने की वजह से बिजली नहीं थी, जिससे बिजली और पानी की समस्या उत्पन्न हुई. अभी समस्याओं को दूर कर लिया गया है.

विवि प्रशासन ने घेराव का किया खंडन

वहीं विश्वविद्यालय के पीआरओ विजय दीक्षित ने वीडियो जारी करते हुए कुलपति के निवास के घेराव का खंडन किया है. दीक्षित ने कहा कि छात्र कुलपति के घर उनसे अपनी समस्या बताने गए थे, न कि उनके घर का घेराव करने. उन्होंने मीडिया में घेराव की चल रही बातों का पूर्णतः खंडन किया है.

Advertisement

स्थापना के 16 के साल बाद भी समस्याओं से जूझ रहे छात्र

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक की स्थापना वर्ष 2007-08 में जनजातीय समाज में उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए किया गया था. यहां देश के कोने-कोने से छात्र अपनी उच्च शिक्षा को पूरा करने के लिए आते हैं. छात्रों के रहने के लिए विश्वविद्यालय कैंपस में ही 4 से 5 छात्रावास बनाए गए हैं, जहां पर लगभग 1500 से 2 हजार छात्र रहकर पढ़ाई करते हैं. इस विश्वविद्यालय में कभी खाने को लेकर, कभी बस को लेकर तो कभी बिजली-पानी की समस्या को लेकर छात्रों को परेशान होना पड़ता है.

यह भी पढ़ें - मसालों में मिलावट कर लोगों की सेहत के साथ हो रहा बड़ा खिलवाड़ ! छापे में हुए कई चौंकाने वाले खुलासे

Advertisement

यह भी पढ़ें - MP News: स्कूलों में खुलेआम लूट, पिज्जा पार्टी के नाम पर छात्र-छात्राओं से वसूले जा रहे 5000 रुपये