किडनी बेचकर करोड़ों कमाने के लिए किया था जीजा साले का अपहरण ! तीन आरोपी गिरफ्तार

Maihar News : मध्य प्रदेश के मैहर में किडनी बेचकर करोड़ों कमाने के लिए आरोपियों ने जीजा साले का अपहरण किया था. अब इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ लिया है. जानें पूरा मामला.

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किडनी बेचकर करोड़ों कमाने के लिए किया था जीजा साले का अपहरण ! तीन आरोपी गिरफ्तार.

MP News : एमपी के बहुचर्चित जीजा-साला अपहरण कांड में मैहर पुलिस ने तीन मददगार आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. जबकि मुख्य सरगना सहित दो अन्य लोग अभी भी फरार हैं. मैहर पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल ने बताया कि जिन आरोपियों को पकड़ा गया था, उन्होंने पैसों के लालच में जीजा साले का अपहरण किया था. मुख्य अपहरणकर्ता मनोज कुशवाहा फरार है. जबकि उसका सहयोगी सिद्धांत पांडे उर्फ टिल्लू गिरफ्तार हो चुका है. इसके अलावा आरोपी मनोज कुशवाहा के साला विकास विश्वकर्मा भी गिरफ्तार कर लिया गया.

जिले में फैली सनसनी 

साथ ही अब्दुल नाम का एक व्यक्ति पकड़ा गया. बताया जाता है कि जब अपहृत दोनों जीजा साले अब्दुल और सोनू कुशवाहा की निगरानी में थे, तब अब्दुल उन्हें डराने धमकाने के लिए किडनी बेचकर पैसा कमाने की बात कह रहा था. हालांकि, अब्दुल के पास मेडिकल के क्षेत्र का कोई अनुभव नहीं है और न ही किसी किडनी गैंग से ताल्लुक होने के प्रमाण पुलिस को मिले हैं. मगर यह बात सामने आने के बाद पूरे जिले में सनसनी फैली हुई है.

चंगुल से छूटने के बाद दर्ज कराया था केस

जीजा साले का अपहरण होने के अमरपाटन थाना पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 104 (3), 309 (6) का मुकदमा 6 नामजद आरोपियों के विरुद्ध दर्ज हुआ था. 16 दिसंबर की दोपहर 3:30 बजे अमरपाटन के ब्लॉक कॉलोनी स्थित प्लाट से इंजीनियर प्रदीप त्रिपाठी पिता बाबूलाल त्रिपाठी निवासी पतेरी और मयंक चतुर्वेदी निवासी माधवगढ़ का अपहरण हुआ था.चंगुल से छूटने के बाद पीड़ित प्रदीप त्रिपाठी पिता बाबूलाल त्रिपाठी और उसके साले मयंक चतुर्वेदी पिता प्रवीण चतुर्वेदी निवासी माधवगढ़ ने केस दर्ज कराया था.

अमरपाटन थाना में दर्ज था मामला 

अमरपाटन थाना पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में मुख्य आरोपी मनोज नामक व्यक्ति है. मनोज कुशवाहा निवासी सकतपुर थाना अमानगंज जिला पन्ना है. जबकि सिद्धांत पंडित,सोनू कुशवाह, विकास कुशवाहा, अब्दुल खान और अख्तर खान भी सह आरोपी हैं. बताया जाता है कि अमरपाटन में मनोज कुशवाहा सिद्धांत पंडित और सोनू कुशवाह अपहरण करने में शामिल थे. इसके बाद विकास ने सिम उपलब्ध कराई और अब्दुल तथा अख्तर ने उसे ठिकाने तक पहुंचाया जहां आरोपियों को बंधक बनाया गया, जहां पर अब्दुल और सोनू ने गन पॉइंट पर निगरानी रखी.

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कार और मोबाइल बरामद

प्रदीप त्रिपाठी ने पुलिस को बताया कि वह मुख्तियार गंज में अपना ऑफिस बना कर रखे हैं. जहां पर जमीन के सिलसिले में लोगों से बातचीत करता है. 16 दिसंबर को साले के पास मनोज कुशवाहा ने फोन किया था, और वह ऑफिस के बाहर अपनी बुलेट से खड़ा था. इसके बाद उसकी कार क्रमांक एमएच 46 बीई 5121 से प्लाट देखने और दिखाने गया था. पुलिस ने अब कार, बुलेट और टीम मोबाइल फोन बरामद कर लिए हैं.

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