Jabalpur News: धान खरीदी घोटाला मामले में कसा शिकंजा, समिति प्रबंधक और प्रशासक समेत पांच के खिलाफ केस दर्ज

Madhya Pradesh News: पनागर थाना स्थित सेवा सहकारी समिति नुनियाकला की ओर से संचालित धान उपार्जन केन्द्र संख्या 2 में स्थित वेयरहाउस में खरीदी गई धान की बोरियों में कृषकों के नाम नहीं लिखे थे, जोकि लिखना आवश्यक है. कलेक्टर दीपक सक्सेना की जांच के बाद प्रभारी प्रबंधक, समिति प्रशासक और केन्द्र ऑपरेटर सहित 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

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Madhya Pradesh News Today: जबलपुर (Jabalpur) में अचानक हुई बारिश की वजह से वेयरहाउस में खुले में रखी गई धान गीली  और खराब हो जाने से बड़े घोटाले की पोल (Paddy Scam) खोल दी है. यहां एक के बाद एक रोज नई-नई घोटाले की परतें खुलती जा रही है.  यदि अचानक बारिश नहीं हुई होती, तो ये सब कुछ वैसे ही चलता रहता, जैसे पिछले कई वर्षों से चल रहा था. मामला उजागर होने के बाद जबलपुर के जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना (Deepak Saxena) ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए बड़े घोटाले से पर्दा उठा दिया है. इसके साथ ही अब आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की कार्रवाई भी शुरू हो गई है.

पनागर थाना स्थित सेवा सहकारी समिति नुनियाकला की ओर से संचालित धान उपार्जन केन्द्र संख्या 2 में स्थित वेयरहाउस में खरीदी गई धान की बोरियों में कृषकों के नाम नहीं लिखे थे, जोकि लिखना आवश्यक है. कलेक्टर दीपक सक्सेना की जांच के बाद प्रभारी प्रबंधक, समिति प्रशासक और केन्द्र ऑपरेटर सहित 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

ऐसे की गड़बड़ी

कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी रोशनी पाण्डेय ने जांच रिपोर्ट में लिखा है कि सेवा सहकारी समिति नुनियाकला की ओर से संचालित धान उपार्जन केंद्र संख्या-2, ओम चंसोरिया वेयर हाउस की आकस्मिक जांच की, जिसमें पाया गया कि प्रांगण में रखी हुई धान की बोरियों की गुणवत्ता की जांच और स्टॉक के सत्यापन के बाद  सर्वेयर आकिब जावेद, खरीदी केन्द्र ऑपरेटर अभय साहू और प्रभारी समिति प्रबंधक ने पोर्टल पर दर्ज कर दी.  जांच में यह पाया गया कि सर्वेयर आकिब जावेद की ओर से धान को एफएक्यू करने के बाद प्रभारी समिति प्रबंधक अनल पाठक ने नॉन एफएक्यू धान की 2917 बोरियों की तौल करवाकर खरीदी प्रांगण में रखवा दी. इन बोरियों पर किसान कोड और किसानों के नाम नहीं लिखे गए. इसी तरह ऑपरेटर अभय साहू ने भी फार्मर वेयर हाउस बरौदा और मां रेवा वेयर हाउस भिड़ारी कला के परिसर में रखी धान तौल किए बिना ही ई-उपार्जन पोर्टल पर खरीद दिखा दी. दोनों वेयर हाउस के सामने स्थित खेतों में अनधिकृत रूप से खुले में संग्रहित धान रखी, जो बारिश में भीग गई.

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जांच में ये खामियां आई सामने

जांच में यह भी सामने आया है कि प्रतिवेदन में  96642 क्विंटल खरीदी बताई गई है. इन में से सिर्फ 50716 क्विंटल धान ही खरीदी प्रांगण और वेयर हाउस में रखी थी.  इसके अलावा बिना तुलाई के पोर्टल पर खरीदी दर्ज कर दी गई. अमानक स्तर धान की 3267 बोरी का समर्थन मूल्य पर अवैधानिक रूप से कट्टा पर्ची को आधार बना कर धान खरीदी बताया गया और बिना अनुमति के तौल करवाकर रख दी गई. 8000 क्विंटल धान एक गैस एजेंसी के परिसर में रखी मिली.
जांच में यह बात भी सामने आई कि प्रभारी समिति प्रबंधक अनल पाठक, समिति प्रशासक गोकुल पटेल, खरीदी केन्द्र ऑपरेटर अभय साहू और सुजीत तिवारी पल्लेदार मुकद्दम ने मिलीभगत कर ई-उपार्जन पोर्टल पर सेवा सहकारी समिति नुनियाकला केन्द्र संख्या-2 पर गलत तरीके से लाभ कमाने के लिए यह अनधिकृत कार्य किया.

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गुणवत्ताविहीन है धान

जांच में यह भी सामने आया है कि फार्मर वेयर हाउस और मां रेवा वेयर हाउस के परिसर से लगे हुए खेतों में क्रमशः 8000 क्विंटल और 20 हजार क्विंटल धान ढेर लगा कर रखी थी, जो गुणवत्ता विहीन मिली. इसकी तुलाई भी ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज कर दी गई  है, जबकि 17926 क्विंटल धान की ऑनलाइन खरीदी बताई गई थी. जौनपुर जिला कलेक्टर ने कहा है कि किसी भी घोटाला करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. 

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