CM मोहन ने दी नर्मदा-क्षिप्रा बहुउद्देशीय माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना की सौगात, जानिए क्या होगा फायदा?

Narmada-Kshipra Multipurpose Micro Lift Irrigation Project: अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के जल संसाधन विभाग की विभिन्न वृहद, मध्यम एवं सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से मध्य-प्रदेश में निरंतर सिंचाई का रकबा बढ़ रहा है. किसान पहले दो फसल ले पाते थे, अब तीसरी फसल भी लेने लगे हैं. साथ ही कृषि उत्पादन में भी वृध्दि हुई है. प्रदेश की धरती सुजलाम सुफलाम हो रही है.

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Narmada-Kshipra Multipurpose Micro Lift Irrigation Project: सीएम मोहन ने दी उज्जैन से सौगात

CM Mohan Yadav in Ujjain: मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने 20 मार्च को उज्जैन (Ujjain) जिले के तराना में 2,489 करोड़ 65 लाख रुपए लागत की नर्मदा-क्षिप्रा बहुउद्देशीय माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना (Narmada-Kshipra Multipurpose Micro Lift Irrigation Project) और अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया. इस दौरान सीएम ने कहा कि नर्मदा-क्षिप्रा बहुउद्देशीय माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना के लोकार्पण से नर्मदा जी की पावन धारा तराना की धरती तक पहुंच गई. प्रदेश के किसानों को निरंतर सौगातें मिलती रहेंगी. किसान सम्मान निधि के अतिरिक्त प्रदेश सरकार किसानों को अतिरिक्त आर्थिक सहायता दे रही है. साथ ही, किसानों से ₹2600 प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदा जा रहा है. हम दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए भी संकल्पित हैं और किसानों को दूध पर ₹5 प्रति लीटर प्रोत्साहन राशि प्रदान करेंगे.

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किसानों को मिलती रहेंगी सौगातें : CM

सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मध्यप्रदेश को पार्वती-कालीसिंध-चंबल और केन-बेतवा लिंक परियोजनाओं की सौगात मिली है. हर खेत तक सिंचाई का पानी और हर घर में शुद्ध पेयजल पहुंचे, यह हमारी सरकार का संकल्प है. इस परियोजना से क्षेत्र के कुल 100 ग्रामों की 30 हजार 218 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी. इससे उज्जैन जिले की दो तहसीलों (तराना, घट्टिया) के कुल 83 ग्रामों की 27,490 हेक्टेयर भूमि और शाजापुर जिले की एक तहसील (शाजापुर) विधानसभा क्षेत्र शाजापुर के कुल 17 ग्रामों की 2728 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी.

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सीएम ने कहा कि संत अपना घर-परिवार छोड़कर समाज का मार्गदर्शन करते हैं, यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है. हमारी सरकार ने सुनिश्चित किया है कि वर्षा का जल क्षिप्रा नदी में प्रवाहित होगा, जिससे श्रद्धालु प्रत्येक घाट पर क्षिप्रा जी के जल से ही स्नान कर सकें. दूध उत्पादन बढ़ाने के प्रति हम संकल्पित हैं. जो व्यक्ति 10 या उससे अधिक गायों का पालन करेगा, उसे अनुदान प्रदान किया जाएगा.

उज्जैन से मिली ये सौगात

सीएम ने उज्जैन के तराना में ₹2489.65 करोड़ लागत की "नर्मदा-क्षिप्रा बहुउद्देशीय माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना" का लोकार्पण कर क्षेत्रवासियों को महत्वपूर्ण सौगात दी. इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ₹9.64 करोड़ की लागत से बने इंदौख हाईलेवल ब्रिज का लोकार्पण, ₹7.15 करोड़ की लागत वाले उप स्वास्थ्य केंद्र भवन का भूमिपूजन, ₹5.73 करोड़ की लागत वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का लोकार्पण और ₹5.21 करोड़ की लागत की 11 नल-जल परियोजनाओं का लोकार्पण किया.

क्या फायदा होगा इससे?

इस परियोजना से उज्जैन जिले को उद्योग एवं पेयजल हेतु 129.60 एम.एल.डी. जल, नागदा नगर को उद्योग एवं पेयजल हेतु 129.60 एम.एल.डी. जल तथा तराना, घट्टिया एवं गुराडीया गुर्जर को 21.60 एम.एल.डी. जल पेयजल के लिए प्रदाय होगा.

परियोजना से शाजापुर जिले के ग्राम समूह तथा शाजापुर नगर के पेयजल के लिए 43.20 एम.एल.डी. और मक्सी में पेयजल एवं उद्योग हेतु 43.20 एम.एल.डी. का जल प्रदाय होगा. परियोजना में ओंकारेश्वर जलाशय से (ग्राम बड़ेल जिला खंडवा) से भूमिगत पाइप लाइन द्वारा 15 घन मी. प्रति सेकेण्ड की दर से जल 435 मीटर ऊंचाई तक कुल 6 पंपिंग स्टेशन एवं 50 पंप मोटर के माध्यम से उद्वहित किया जायेगा.

परियोजना में मुख्य पाइप लाइन एवं वितरण प्रणाली से 2.5 हेक्टेयर चक तक कुल 2254 कि.मी. (3000 एम.एम. व्यास से 63 एम.एम. व्यास) पाइप लाइन बिछाई गई है. प्रति 20 हेक्टेयर पर एक ओ.एम.एस. बाक्स अर्थात कुल 1539 बॉक्स स्थापित किये गये हैं.

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