Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Former CM Shivraj Singh Chouhan) इन दिनों अमरकंटक के दौरे पर हैं. अमरकंटक वही जगह है जहां पर सीएम रहते हुए शिवराज सिंह चौहान ने 19 फरवरी 2021 को प्रतिदिन पौधारोपण का संकल्प लिया था. आज यहां पूर्व सीएम ने अपने संकल्प को निभाते हुए भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता (BJP Worker) का संकल्प पूरा कराया है. अनूपपुर भाजपा जिला अध्यक्ष रामदास पुरी को जूते पहना कर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका संकल्प पूरा कराया है.
रामदास ने क्या संकल्प लिया था?
शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राम दास पूरी जैसे कार्यकर्ता पार्टी की ताकत और पूंजी हैं. बता दें कि रामदास पुरी विगत 6 वर्षों से बिना जूते-चप्पल के ठंड और गर्मी में रह रहे थे और पार्टी की सेवा में लगे थे.
परिवार के साथ अमरकंटक में की पूजा
अपने संकल्प पर कायम हैं शिवराज
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रतिदिन पौधारोपण के संकल्प तहत कल अमरकंटक में आम का पौधा लगाया. खास बात यह है कि, चौहान ने 19 फरवरी 2021 को यहीं शंभू धारा पर ही पहला पौधा लगाया था, वह पौधा सुरक्षित है और बढ़ रहा है. करीब पौने तीन साल पहले रौपे गए पौधे के पास ही शुक्रवार को पूर्व सीएम ने आम का पौधा लगाया. गौरतलब है कि, पूर्व सीएम शिवराज पर्यावरण संरक्षण व प्रकृति के प्रति बहुत ही संवेदनशील हैं. उन्होंने प्रकृति संरक्षण की दृष्टि से फरवरी 2021 को माँ नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में सर्वप्रथम रुद्राक्ष का पौधा लगाकर प्रतिदिन पौधरोपण का संकल्प लिया था. उसी संकल्प के तहत पूर्व सीएम शिवराज प्रतिदिन पौधा लगाते आ रहें हैं.
जिंदगी रोपने का अभियान जारी रहेगा
पूर्व सीएम शिवराज ने वन अधिकारी और कर्मचारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, मैं फॉरेस्ट के मित्रों को धन्यवाद देता हूं, पेड़ सुरक्षित है, बढ़ रहा है इसके साथ कई और पेड़ लगाए थे सारे पेड़ सुरक्षित हैं. अभियान अभी जारी है और भोपाल में हर रोज तीन पेड़ लगाता हूं, पर्यावरण बचाना है तो भाषण से नहीं बचेगा, हमको जमीन पर उतरकर काम करना पड़ेगा. हमारी धरती स्वस्थ रहे, सुरक्षित रहे और धरती मां आने वाली पीढ़ियों के रहने लायक बनी रहे, इसलिए जरूरी है कि, वृक्षारोपण का अभियान चलता रहे, वृक्ष बचे रहें क्योंकि, वृक्ष होंगे तो ऑक्सीजन होगी और ऑक्सीजन होगी तो जिंदगी होगी. पेड़ लगाना नहीं जिंदगी रोपने का यह अभियान जिंदगी भर चलता रहेगा.
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