MP News: मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में एक डॉक्टर पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने के एवज में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया. मानपुर स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर पर आरोप है कि वह तीन हजार रूपये का रिश्वत ले रहा था. लोकायुक्त रीवा ने फरियादी की सूचना पर इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया.
उमरिया जिले के मानपुर विकासखण्ड स्थित शासकीय स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल ऑफिसर के पद में कार्यरत डॉ राजेन्द्र मांझी ने ग्राम चिल्हारी के रहने वाले वीरेंद्र यादव से पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने के बदले में दस हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी. हालांकि फरियादी तीन हजार रुपये लेकर डॉक्टर मांझी के कार्यालय में पहुंचा था. इसी दौरान रीवा लोकायुक्त की टीम ने डॉक्टर को रिश्वत लेते दबोच लिया.
पानी में डूबने से हुई थी भतीजे की मौत
फरियादी के भतीजे की तकरीबन ढ़ेर माह पहले पानी में डूबने से मौत हो गई थी, जिसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट लेने के लिए वह चक्कर लगा रहा था. जब वह थक हार गया तब उसने डॉक्टर से खुलकर बात की. तब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के एवज में दस हजार रुपए में डील हुई थी. हालांकि फरियादी ने रीवा लोकायुक्त को इस बात की सूचना दी, उसके बाद जब वो तीन हजार रुपए लेकर डॉक्टर को देने गया तभी रीवा से आई लोकायुक्त की टीम में डॉक्टर को रिश्वत लेते पकड़ा. लोकायुक्त रीवा डीएसपी समेत 12 सदस्यों की टीम ने यह कार्रवाई की.
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क्या बोले डीएसपी?
लोकायुक्त डीएसपी प्रमेंद्र कुमार ने बताया कि फरियादी ने इस बात की शिकायत की थी कि उसके भतीजे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को देने के लिए मेडिकल ऑफिसर डॉ राजेन्द्र मांझी ने उनसे दस हजार रुपये की रिश्वत मांगी. जब वह तीन हजार रुपए देने डॉक्टर के आफिस पहुंचा तभी डॉक्टर के खिलाफ यह कार्रवाई की गई.
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