MP Election 2023: ग्वालियर पूर्व से सिंधिया की दादी को मिला टिकट, 1 समर्थक और 2 मंत्री का टिकट कटा

MP Assembly Elections: ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा राजे सिंधिया का टिकट काटकर देवेंद्र कुमार जैन को दिया गया है, जबकि ग्वालियर पूर्व से सिंधिया के दादी और पूर्व मंत्री माया सिंह को टिकट दिया गया है.

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ग्वालियर पूर्व से माया सिंह को टिकट दिया गया है.

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election 2023) के लिए भारतीय जनता पार्टी  (Bharatiya Janata Party) ने शनिवार, 21 अक्टूबर को उम्मीदवारों की पांचवीं लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में ग्वालियर चम्बल संभाग के सभी शेष 13 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी गई है. इस लिस्ट में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा राजे 
सिंधिया का टिकट काटकर देवेंद्र कुमार जैन को दिया गया है.

दरअसल, यशोधरा राजे पहले ही चुनाव न लड़ने का ऐलान कर चुकी थी, जबकि बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुके वीरेंद्र रघुवंशी की जगह महेंद्र यादव को टिकट दिया गया है. वहीं इस सूची में ग्वालियर पूर्व से माया सिंह को टिकट दिया गया है, जो  केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी लगती है. जबिक माधव राव सिंधिया की मामी लगती हैं.

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सिंधिया समर्थक मंत्री और 2 विधायकों का टिकट कटा

शनिवार को घोषित सूची में पार्टी ने सिंधिया और अपने पुराने संगठन के बीच संतुलन कायम रखा, लेकिन सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए उनके समर्थक मंत्री ओपीएस भदौरिया (मेंहगाव) और भांडेर से विधायक रक्षा सिरोनिया को टिकट नहीं मिल सका. इसी तरह उनके साथ भाजपा में शामिल हुए मुन्ना लाल गोयल को भी टिकट नहीं मिल सका. इससे पहले मुन्ना लाल उप चुनाव हार चुके है. हालांकि इस सीट से सिंधिया की ही नजदीकी रिश्तेदार पूर्व मंत्री माया सिंह को टिकट दिया गया जो ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी लगती हैं.

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भांडेर में बीजेपी ने अपने पूर्व विधायक घनश्याम पिरोनिया को फिर से मैदान में उतारा है.  2018 में सिंधिया समर्थक रक्षा सिरोनिया ने ही पिरोनिया को हराया था. ग्वालियर दक्षिण सीट से भाजपा ने एक बार फिर अपने दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह पर ही दांव लगाया है. 2018 में कुशवाह महज 121 मतों के मामूली अंतर से हार गए थे. इस बार उनके टिकट कटने की अटकलें लग रही थी,  हालांकि वो अपना टिकट लेने में कामयाब रहे. 

मुरैना में यथास्थिति रही 

मुरैना जिले से भाजपा ने सुमावली और रघुराज सिंह कंसाना को प्रत्याशी बनाया है. दोनों 2018 में कांग्रेस से जीते थे, लेकिन भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी ने दोनों को उप चुनाव के मैदान में उतारा था, लेकिन दोनों हार गए थे. हालांकि इस बार दोनों टिकट पाने में कामयाब हो गए. इनके अलावा बीजेपी ने अपने दोनों विधायकों सूबेदार सिंह सिकरवार जौरा और कमलेश जाटव को अम्बाह सीट से फिर से टिकट दिया है, लेकिन श्योपुर जिले की विजयपुर सीट से अपने विधायक सीताराम आदिवासी का टिकट काटकर पूर्व विधायक बाबूलाल मेवरा को मैदान में उतार दिया है.

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भिण्ड में बड़ा उलटफेर 

भिण्ड सीट पर भाजपा ने उलटफेर किया है. यहां से 2018 में बसपा से जीते संजीव सिंह कुशवाह संजू बीते साल भाजपा में शामिल हो गए थे, लेकिन बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, बल्कि यहां से केंद्रीय कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के खास माने जाने वाले पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह को प्रत्याशी बनाया है. इसी तरह मेंहगाव में सिंधिया समर्थक मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट कट गया. उनकी जगह पार्टी ने अपने पूर्व विधायक राकेश शुक्ला को ही एक बार फिर मैदान में उतार दिया है.

गुना संसदीय क्षेत्र में सिंधिया का दबदबा

वहीं सिंधिया के संसदीय क्षेत्र गुना शिवपुरी में उनका ही दबदबा रहा. गुना की बम्होरी से मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, पोहरी से मंत्री सुरेश राठखेड़ा, मुंगावली से मंत्री बृजेन्द्र यादव, कोलारस से महेंद्र यादव को टिकट दिलाने में कामयाब रहे. जबकि भाजपा ने शिवपुरी से यशोधरा राजे सिंधिया समर्थक देवेंद्र जैन को मैदान में उतारा है. 

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