MP Crime News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के आगर मालवा (Agar Malwa) के आमला नलखेड़ा मार्ग पर बीते दिनों हुई दिन-दहाड़े लूट से इलाके में सनसनी फ़ैल गई थी. 20 जून को हुई इस घटना से पुलिस की कार्य प्रणाली पर कई तरह के सवाल उठ रहे थे. फरियादी श्याम सिंह ने 20 जून को थाना नलखेड़ा में लूट की FIR दर्ज करवाई थी, जिसमें बताया था कि मैं सेमलबेडी टोल टैक्स पर कैशियर के पद पर कार्य करता हूं. 18 जून को दिन के लगभग 11.30 बजे मैं टोल टैक्स से 1 लाख 40 हजार रुपये लेकर टोल टैक्स मैनेजर राधेश्याम मीणा को बताकर नलखेड़ा पैसे जमा करने के लिये आ रहा था. तभी मेरे साथ रास्ते में लूट की घटना घट गई.
स्कार्पियो में नंबर प्लेट नहीं लगी थी
फरियादी ने कहा कि आमला से नलखेड़ा तरफ लगभग 3 किलोमीटर आगे आया, तभी मेरे पीछे से एक काले रंग की स्कॉर्पियो आई, थोड़ी दूर आगे जाकर गाड़ी दोबारा पलटकर वापस आई और मेरी बाइक के आगे लगा दी. स्कॉर्पियो में नंबर प्लेट नहीं लगी थी, उसके सामने वाले कांच के बीच में सत्यमेव जयते लिखा हुआ था. कार में ड्राइवर के पास वाली सीट पर एक व्यक्ति बैठा था.
तीनों के चेहरे खुले हुए थे
दो लोग बीच वाली सीट पर बैठे थे, मैं जब तक कुछ समझता स्कॉर्पियो से 3 लोग उतरे एक ड्राइवर गाड़ी में ही बैठा रहा. 3 व्यक्ति उतरकर आए, तीनों के चेहरे खुले हुए थे. मेरी पीठ पर टंगे हुए नीले रंग के बैग, जिसमे एक लाख चालीस हजार रुपये रखे थे, एक व्यक्ति छीनने लगा. मैंने विरोध किया, तब दूसरा व्यक्ति भी मेरे पास आ गया. फिर दोनों ने मेरे हाथ पकड़ लिए. मुझसे झूमा-झटकी करने लगे, तभी तीसरे व्यक्ति ने किसी नुकीले हथियार से मेरे पेट पर वार किया, जिससे पेट से खून निकलने लगा और मैं नीचे गिर गया, इसके बाद वे लोग मेरा बैग छीनकर स्कॉर्पियो से भाग गये. इस मामले में थाना नलखेड़ा पुलिस ने तत्काल केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.
टोल कलेक्शन से हुआ संदेह..
टोल टैक्स पर तैनात सभी कर्मचारियों से पूछताछ की गई. यामसिंह ने बताया था कि उन्होंने 7 दिन का टोल कलेक्शन जमा करना था, जो ₹1 लाख 69 हजार रुपये होना चाहिए था लेकिन, उन्होंने दो कर्मचारियों को 58 हजार रुपये दिए थे, जिसके बाद उनके पास केवल 1 लाख 11 हजार रुपये ही शेष रहना चाहिए थे. FIR में फरियादी ने 1 लाख 40 हजार रुपये की लूट का दावा किया था, टोल कलेक्शन की विसंगतियों ने पुलिस को उनकी बातों पर संदेह जताया.
ये भी पढ़ें- Baloda Bazar: अब रैली, धरना और प्रदर्शन की अनुमति लेने के लिए शपथ पत्र देना अनिवार्य होगा, प्रशासन ने दिखाई सख्ती
बाद में हुआ चौंकानेवाला खुलासा
सभी पहलुओं की गहन जांच के बाद पुलिस को शक हुआ कि श्याम सिंह ने लूट की झूठी कहानी रची है. इसी कड़ी में पूछताछ के दौरान श्याम सिंह ने अपना गुनाह कबूल कर लिया.श्याम सिंह सोंधिया ने बताया कि वह एविएटर गेम (ऑनलाइन गेमिंग) में करीब 1 लाख 50 हजार रुपये हार गया था और उसने टोल कलेक्शन के रुपये भी गेम में लगा दिए थे डर के कारण उसने षडयंत्र बनाकर लूट की झूठी रचना कर FIR दर्ज करवाई थी.
ये भी पढ़ें- सड़क में गड्ढे या गड्ढे में सड़क! National Highway है गंभीर रूप से बीमार, लोगों को हो रही आने-जाने में परेशानी