Mosquito Bite: ग्वालियर में बीते पांच माह से डेंगू (Dengue) का कहर तो चल ही रहा था, लेकिन अब चिकनगुनिया (Chikungunya) का भो जबरदस्त विस्फोट हो गया है. सरकारी आंकड़ों में भले ही इसके मरीजों की संख्या 100 के आसपास बताई जा रही हो, लेकिन हकीकत में पीड़ितों की संख्या में यह संख्या हजारों में है. अब यह बीमारी जानलेवा भी बन रही है. बीते रोज चिकनगुनिया पीड़ित एक रिटायर फौजी की मौत हो गई. इसके बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. चिकनगुनिया से जान गंवाने वाले सुरेश सिंह चौहान फौज से रिटायर थे. पुष्कर कॉलोनो निवासी चौहान को उनके हाथ, पैर और पेट मे सूजन थी और उठ बैठ भी नहीं पा रहे थे. उन्हें डेंगू और चिकनगुनिया पॉजिटिव आया था.
दिल्ली ले जाना पड़ा, लेकिन...
22 नवम्बर को उनकी हालत बिगड़ी तो परिजन उन्हें लेकर दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल गए. वहां से उन्हें कालरा हॉस्पिटल में भर्ती किया गया, जहां बीते रोज उन्होंने दम तोड़ दिया. लम्बे अरसे बाद ग्वालियर-चम्बल में चिकनगुनिया से हुई इस पहली मौत ने प्रदेश के चिकित्सा महकमे में हड़कंप मच गया है.
कलेक्टर का क्या कहना है?
कलेक्टर रुचिका चौहान स्वीकार करती हैं कि इस वर्ष अप्रत्याशित रूप से डेंगू और चिकनगुनिया के ज्यादा मरीज निकले हैं. इस पर नियंत्रण के लिए सतत निगरानी और स्वास्थ्य और नगर निगम के प्रयास जारी है.
बीती रात सीएएमचो डॉ सचिन श्रीवास्तव ने फिर एक एडवाइजरी जारी की है, इसमें बताया गया है कि डेंगू और चिकनगुनिया दोनों ही एडीज नामक मच्छर के काटने से होता है. यह मच्छर सामान्यतया दिन में काटता है और 400 मीटर के दायरे में सक्रिय रहता है. लोगों को चाहिए कि वे अपने आसपास जल भराव न रहने दें, जिनमे ये पनपते है. साथ ही बुखार आने पर जांच अवश्य करवाएं.
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