Chilli Farming: एक हेक्टेयर में 300 क्विंटल का उत्पादन, मिर्च की खेती से मालामाल हुई बुंदेलखंड की किसान

Green Chilli Farming: मिर्च की खेती कर रहीं प्रीति बताती हैं कि एक बार बीज बोने के बाद उसकी सात बार तुड़ाई होती है. हर टूट में उत्पादन 10 से 15 क्विंटल आता है. इस समय कम उत्पादन होने की वजह से बाजार में भी मिर्च का दाम बढ़ा हुआ है.

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Chilli Farming: मिर्च की खेती से बढ़ी कमाई

Chilli Cultivation: मध्य प्रदेश के छतरपुर में मिर्च (Green Chilli) न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ा रही है, बल्कि किसानों (Farmers Income) की कमाई को भी बढ़ा है. मिर्च की खेती (Mirch Ki Kheti) से किसानों को कई लाभ होते हैं. अगर सही तरीके से मिर्च की खेती की जाए तो किसान एक साल में लाखों रुपए कमा सकते हैं. मिर्च की कई अच्छी प्रजातियां बाजार में उपलब्ध हैं. बुंदेलखंड (Bundelkhand) के पिछड़े जिले छतरपुर जिले में परंपरागत खेती की जाती है, जिससे किसानों को उतना लाभ नहीं होता, जितना होना चाहिए, लेकिन वैज्ञानिक तकनीकी से खेती करने वाले किसानों को मोटा मुनाफा हो रहा है. NDTV की टीम महाराजपुर तहसील में पहुंची, जहां पर एक किसान ने वैज्ञानिक तकनीकी से मिर्च लगाई हुई थी, उसका कहना है कि इस तकनीक से पानी बहुत कम लगता है एवं फसल का बीज एवं खाद भी कम लगता है.

मिसाल बनी महिला किसान

परंपरागत खेती में गेहूं मटर, मसूर, चना और लाही की खेती को न अपनाकर महाराजपुर की एक प्रगतिशील महिला किसान ने मिर्च की खेती कर दोगुना मुनाफा कमाकर जिले के अन्य किसानों के लिए मिसाल पेश की है. प्रीति कुशवाहा ने बताया कि बारिश न होने की वजह से खेती में नहीं हो पा रही थी. इस कारण से हमारा परिवार बाहर दिल्ली कमाने के लिए पलायन कर रहा था, लेकिन मैंने तीन एकड़ में हाईब्रिड मिर्च की पौध लगाई है.

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कैसे हो रही है कमाई

प्रीति ने बताया कि जुलाई में मिर्च की रोपाई कर दी थी. एक बीघे में मिर्च के बीज, रोपाई व निराई और मजदूरों का खर्च मिलाकर करीब 50-60 हजार रुपये खर्च हुए हैं. उन्होंने बताया कि आठ बीघे में मिर्च की फसल में करीब 4 लाख रुपये की लागत आई है. अगस्त में मिर्च की पहली टूट हुई तो 3 एकड़ जमीन में करीब 70 से 80 क्विंटल मिर्च का उत्पादन मिला. उन्होंने मिर्च की पहली फसल छतरपुर मंडी में बेची. उस समय लगभग 5000 रुपये प्रति  क्विंटल के हिसाब से बाजार मिर्च बिकी. यानी 4 लाख रुपए मिलें.

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कृषि एक्सपर्ट क्या कहते हैं?

कृषि विज्ञान केंद्र नौगांव की की डॉ वीणा मिश्रा का कहना है कि सब्जी के उत्पादन में अच्छा मुनाफा है. खास तौर पर हाईब्रिड फसल में सीधी तौर पर डेढ़ से दो गुना उत्पादन बढ़ जाता है. हालांकि सब्जी की फसल को पानी और देखरेख की ज्यादा जरूरत होती है. ऐसे में जिले में कम किसान ही इस फसल को करते हैं, हम लोग चाहते हैं कि किसान परंपरागत खेती छोड़कर वैज्ञानिक तकनीकी से अगर खेती करें तो उसमें अच्छा फायदा होता है.

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