एक शक और चली गई 2 जान ! मऊगंज हिंसा के बाद बाजारों में सन्नाटा, पढ़ें इनसाइड स्टोरी

Mauganj News Inside Story in Hindi : बताया जा रहा है कि इस घटना में आदिवासी समाज के लोग शामिल थे, जबकि मारे गए दोनों लोग ब्राह्मण समाज से थे. इस बात को लेकर ब्राह्मण समाज और अन्य संगठनों में भारी नाराजगी है.

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एक शक और चली गई 2 जान ! मऊगंज हिंसा के बाद बाजारों में सन्नाटा, पढ़ें इनसाइड स्टोरी
एक शक और चली गई 2 जान ! मऊगंज हिंसा के बाद बाजारों में सन्नाटा, पढ़ें इनसाइड स्टोरी

Mauganj Violence : मऊगंज में हुई हिंसा में 2 की मौत हो गई... जिसके बाद सिर्फ ज़िले में ही नहीं बल्कि आस-पास के इलाकों में तनाव का माहौल देखने को मिल रहा है. इस हिंसा के चलते लोगों में काफी नाराज़गी देखने को मिल रही है... जिसे लेकर आज रीवा शहर को पूरी तरह बंद करा दिया गया. कई सामाजिक संगठनों ने इस बंद का आह्वान किया था, जिसे व्यापारियों और आम लोगों ने पूरा समर्थन दिया. सुबह से ही बाजार बंद रहे और सभी दुकानों में ताले लगे हुए नजर आए. सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और माहौल गंभीर बना रहा. ऐसे में सबसे पहले जानने की कोशिश करते हैं कि मऊगंज में क्या हुआ था ? आखिर कैसे वहां पर हिंसा ने तूल पकड़ा और मामला सुर्ख़ियों में आ गया... सिलसिलेवार तरीके से समझें, तो ये घटना होली के दूसरे दिन की है.

सिलसिलेवार तरीके से जानिए घटना

मऊगंज में एक गांव हैं जिसका नाम है गढ़वा... गढ़वा गांव में जो हिंसा हुई, उसके तार 2 महीने पहले यानी कि जनवरी से जुड़े हुए हैं. दो महीने पहले एक सड़क हादसा हुआ था... जिसमें अशोक नाम के एक शख्स की मौत हो गई थी. सड़क हादसे में अशोक को खोने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया और उन्होंने इसे साजिश करार दिया. यही नहीं, अशोक के परिजनों ने इसे हत्या करार करते हुए शक के आधार पर सनी नाम के युवक को इसके लिए  जिम्मेदार ठहराया.

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होली के अगले दिन सनी को घर से उठाया

इसके बाद जनवरी बीती, फरवरी बीता, फिर मार्च का महीना आया. अशोक के परिजनों का गुस्सा अभी शांत नहीं हुआ था. उन्होंने मन ही मन इस मौत का बदला सनी से लेने की ठान ली थी. 15 मार्च यानी कि होली के दूसरे दिन अशोक के परिवार वाले सनी के पास आए... और सनी को पकड़ कर बंधक बना लिया. लेकिन कहानी यहीं पर खत्म नहीं हुई. अशोक के परिवार वालों ने सनी को बेरहमी से मारा-पीटा, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई. इससे दोनों पक्षों बीच तनाव बढ़ गया.

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लेकिन इस हिंसा में आगे की कहानी बाकी है. बताया जा रहा है कि अशोक के परिवार वाले पहले पुलिस के पास पहुंचे थे और शिकायत की थी कि सनी के चलते उनका अशोक मारा गया. लेकिन पुलिस ने सनी को क्लीन चिट दे दिया था... जिसके बाद अशोक के परिजनों में असंतोष बढ़ा और उन्होंने तैश में आकर ये कदम उठाया.

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जब पुलिस आई तो एक ASI की हो गई मौत

एक हादसा फिर एक हत्या... मामला अब तूल पकड़ चुका था. दोनों पक्षों में विवाद और तकरार बढ़ गई थी. ऐसे में जब पुलिस मऊगंज पहुंचीं, और वहां जाकर छानबीन करने की कोशिश की..... तो हालात संभलने की बजाय और बिगड़ गए. गांव के कुछ लोगों ने पुलिस पर भी हमला बोल दिया. और फिर हुआ ये कि इस हमले में एक ASI की मौके पर ही मौत हो गई और तहसीलदार समेत 10 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए. जिसके बाद सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

बताया जा रहा है कि इस घटना में आदिवासी समाज के लोग शामिल थे, जबकि मारे गए दोनों लोग ब्राह्मण समाज से थे. इस बात को लेकर ब्राह्मण समाज और अन्य संगठनों में भारी नाराजगी है. लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.

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इस समय शहर का कैसा है माहौल ?

आज रीवा बंद के दौरान अलग-अलग संगठनों के लोग सड़कों पर उतर आए. उन्होंने नारेबाजी की और आरोपियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की. जगह-जगह प्रदर्शन हुआ लेकिन अब तक किसी भी तरह की हिंसा की खबर नहीं है. पुलिस ने पूरे शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. कई पुलिस टीमें लगातार गश्त कर रही हैं. 

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