छह साल से ऊपर है एक हाथ, रामभक्त का अनोखा हठ योग, लिया 14 साल का दृढ़ संकल्प

बाबा गोपाल भगवान राम के अनन्य भक्त हैं और वनवास काल के चौदह साल तक वह इस हाथ का इस्तेमाल नहीं करने के लिए संकल्पित हैं. सोते-जागते चौबीसों घंटे उनका यह हाथ शरीर से ऊपर रहता है.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
6 साल से एक हाथ को ऊपर किए हैं बाबा

Damoh News: दमोह जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर पथरिया में शनि सिद्ध धाम की महिमा आसपास के श्रद्धालुओं में बेहद खास है. धाम के महंत पर लोगों की गहरी आस्था है. महंत हठ योगी बाबा गोपाल पुरी बीते छह साल से अपना एक हाथ ऊपर उठाए हुए हैं. उनका मानना है कि रामायण काल में भगवान राम ने चौदह साल तक वनवास कर कष्ट भोगे हैं तो हम उनके उपासक हैं. ईश्वर ने जीवन जीने के लिए, सांसारिक दुनिया के आराम भोगने के लिए दो हाथ दिए हैं. हमने अपने एक हाथ को भगवान श्रीराम की उपासना के लिए चौदह साल के लिए समर्पित कर दिया है.

Advertisement

महंत के अनुसार भगवान राम के वनवास काल के अभी आठ साल और बाकी हैं. बाबा के आध्यात्म के हठ योग को देखकर स्थानीय लोग बड़े अचंभित होते हैं. दमोह के हठ योगी महंत बाबा गोपाल पुरी बीते छह साल से अपने इस हाथ को आसमान की दिशा में उठाए हुए हैं. उनके एक हाथ में रक्त संचार कम होने की वजह से वह दुबला हो गया है. हाथ की उंगलियों के नाखून भी बड़े-बड़े हो गए हैं जिन्हें वह कभी काटते भी नहीं. 

Advertisement

यह भी पढ़ें : दंतेवाड़ा के राम आज भी काट रहे वनवास! मंदिर के द्वार पर लटक रहा ताला, भक्तों को नहीं मिल पा रहे दर्शन

Advertisement

चौबीसों घंटे ऊपर रहता है एक हाथ

वह अधिकतर अपने हाथ को ढककर रखते हैं. बाबा गोपाल भगवान राम के अनन्य भक्त हैं और वनवास काल के चौदह साल तक वह इस हाथ का इस्तेमाल नहीं करने के लिए संकल्पित हैं. सोते-जागते चौबीसों घंटे उनका यह हाथ शरीर से ऊपर रहता है. उनके साथी बाबा कुश पूरी बताते हैं कि बाबा गोपाल का एक संकल्प, अयोध्या में मंदिर निर्माण, भी अब पूरा होने जा रहा है और शेष काल भी इसी तरह भक्तिभाव के साथ बीत जाएगा.

यह भी पढ़ें : 'अयोध्या में राम का मंदिर नहीं बनेगा तो किसका बनेगा', CM यादव बोले- कांग्रेस के कुछ नेताओं को हो रहा कष्ट

एक हाथ से ही कर लेते हैं सारा काम

वह बताते हैं कि ऐसा नहीं है कि एक हाथ का उपयोग न करने से उनका कोई काम रुकता हो. बाबा हमेशा लग्जरी गाड़ी से घूमते फिरते हैं. अपने सारे दिनचर्या के काम आसानी से कर लेते हैं. रामभक्ति में लीन ये बाबा अपने आप में भले सामान्य हों लेकिन लोगों में हमेशा चर्चा का विषय बने रहते हैं.