Mahakaleshwar Temple Ujjain: मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) में पिछले चार दिन से श्रद्धालुओं का ताता लगा था, लेकिन सोमवार को मंदिर में भीड़ दिखाई नहीं दी. यही वजह है कि श्रद्धालु करीब आधे घंटे में ही दर्शन कर व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए.
साल के अंतिम दिनों को देखते हुए 25 दिसंबर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल दर्शन के लिए आ रहे हैं. रविवार को तो यह संख्या 5 लाख तक पहुंच गई थी. श्रद्धालुओं की तादाद को देखते हुए प्रशासन व्यवस्थाएं कर रहा है. सोमवार को भी लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए प्रशासन अलर्ट था. हालांकि सुबह 11 बजे तक मंदिर में भीड़ नहीं थी. सामान्य दिनों में जितने श्रद्धालु आते हैं, उतनी ही संख्या में पहुंचे थे. ऐसे में करीब आधे घंटे में ही श्रद्धालु बाबा महाकाल को दर्शन कर पाए...
शीघ्र दर्शन वाले नाराज
सोमवार को भी मंदिर प्रशासन ने सामान्य दर्शनार्थियों का प्रवेश त्रिवेणी संग्रहालय के पास महाकाल लोक होते हुए मानसरोवर द्वार रखा. वहीं 250 रुपये की रसीद बनवाकर शीघ्र दर्शन के अभिलाषियों के लिए चारधाम मंदिर के पास सम्राट विक्रमादित्य सेतु रखा. दोनों व्यवस्था के दर्शनार्थियों के लिए प्रवेश मान सरोवर द्वार ही रखने पर शीघ्र दर्शन के इच्छुक कुछ लोग नाराज नजर आए. वहीं अधिकांश ने दर्शन व्यवस्था से संतुष्टि जताई हैं.
ऐसी रहेगी दर्शन व्यवस्था
बता दे कि मंदिर प्रशासन ने 25 दिसंबर से 12 दिन यानी 5 जनवरी वीआईपी प्रोटोकॉल दर्शन प्रतिबंधित कर रखा हैं. वहीं भस्म आरती की अनुमति भी ऑफ़ लाइन कर रखी हैं, जबकि 1 जनवरी को भस्म आरती की ऑन लाइन के साथ ऑफ लाइन बुकिंग भी बंद कर भस्म आरती की सिर्फ चलित दर्शन की व्यवस्था की है. याद रहे पिछले चार दिन 9 लाख से ज्यादा भक्त बाबा का आशीर्वाद ले चुके हैं. वहीं अब 7 दिनों में यह संख्या डबल होने की संभावना है.