Pradesh Nursing Examinations Date and Time: मध्य प्रदेश के नर्सिंग छात्रों के लिए बड़ी खबर है. करीब चार साल बाद नर्सिंग कॉलेजों में परीक्षाएं होंगी. इसके लिए मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर (Madhya Pradesh University of Medical Sciences Jabalpur) ने टाइम-टेबल जारी कर दिया है. हालांकि, सीबीआई (CBI) की रिपोर्ट में सही पाए गए नर्सिंग कॉलेजों (Nursing Colleges) में ही ये एग्जाम होंगे. बता दें कि हाई कोर्ट के आदेश के बाद मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर ने सिर्फ उन्हीं कॉलेजों का टाइम टेबल जारी किया है, जो सीबीआई की जांच में सही पाए गए हैं. जिसमें करीब 169 कॉलेज शामिल हैं. यानी इन्हीं 169 कॉलेजों में ही परीक्षा आयोजित की जाएगी.
एनएसयूआई मेडिकल विंग ने बताया बड़ी जीत
परीक्षाओं की मांग को लेकर सड़कों पर संघर्षरत एनएसयूआई मेडिकल विंग की ये बड़ी जीत मानी जा रही है. हालांकि, एनएसयूआई के रवि परमार ने कहा कि नर्सिंग छात्रों की लड़ाई अभी जारी है. जब तक अयोग्य पाए गए कॉलेजों के स्टूडेंट्स के साथ न्याय नहीं होता, हम लड़ते रहेंगे.
अधर में लटका हजारों छात्र-छात्राओं का भविष्य
दरअसल, उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सीबीआई की जांच में योग्य पाए गए नर्सिंग कॉलेजों की परीक्षा के लिए टाइम टेबल जारी कर दिए गए हैं, हालांकि, जो टाइम टेबल जारी किया गया है वो सिर्फ़ उन्ही कॉलेज के लिए है जो CBI जांच मैं SUITABLE पाए गए है। यानी सिर्फ़ 169 कॉलेज की परीक्षाएं होगी। शेष कॉलेजों की परीक्षाएं नहीं होंगी. ऐसे में उन कॉलेजों में अध्ययनरत हजारों छात्र-छात्राएं परीक्षा देने से वंचित रह जाएंगे. एनएसयूआई मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार ने कहा कि हजारों छात्र-छात्राओं का भविष्य अब भी अंधेरे में है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि इसमें स्टूडेंट्स की क्या गलती है. कॉलेज संचालक और सरकार की गलती की सजा स्टूडेंट्स क्यों भुगतेंगे. हम सरकार से मांग करते हैं कि सरकार उनके लिए तत्काल कोई रास्ता निकाले अन्यथा एनएसयूआई मेडिकल विंग नर्सिंग छात्र छात्राओं के साथ उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य होगी .
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बता दें कि नर्सिंग परीक्षा की मांग को लेकर रवि परमार लगातार संघर्षरत रहे हैं. पिछले साल एक फरवरी को नर्सिंग छात्र छात्राओं की परीक्षा की मांग एवं नर्सिंग घोटाले की जांच की मांग को लेकर NSUI नेता रवि परमार ने तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के बंगले का घेराव भी किया था. उसके बाद रवि परमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. इसके अलावा भी कई बार उन्हें गिरफ्तार किया गया और कई मुकदमे दर्ज किए गए. हालांकि, वे सड़क से लेकर कोर्ट तक नर्सिंग स्टूडेंट्स की मांग उठाते रहे हैं.