MP Election: दलबदल में माहिर अभय मिश्रा ने फिर मारी पलटी, कांग्रेस ने सेमरिया से दिया टिकट

ऐसा माना जा रहा था कि उन्हें बीजेपी की तरफ से सेमरिया सीट से टिकट मिलना था, लेकिन जब यह तय हो गया कि बीजेपी उन्हें टिकट नहीं देने वाली है तो उन्होंने एक बार फिर से पलटी मार ली और कांग्रेस में वापसी करके विधानसभा का टिकट ले लिया.

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अभय मिश्रा को 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने रीवा सीट से उतारा था.

Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची जारी (Congress Candidates Second List) कर दी है. इस सूची में विंध्‍य के बड़े नेता अभय मिश्रा (Abhay Mishra) को कांग्रेस ने सेमरिया विधानसभा सीट (Semaria Assembly) से टिकट दिया है. बता दें कि अभय मिश्रा ने दो दिन पहले ही बीजेपी से इस्तीफा दिया है. इससे पहले वे कांग्रेस में ही थे.

11 अगस्त 2023 को बीजेपी में वापसी करने वाले अभय मिश्रा ने इस बार दो महीने में ही पार्टी छोड़ दी है. कांग्रेस से टिकट मिलने के बाद अभय मिश्रा की कड़ी टक्कर बीजेपी और बीएसपी के उम्मीदवारों से होगी. इस क्षेत्र में तीनों ही पार्टियों के पास अच्छा वोट बैंक है.

टिकट की उम्मीद नहीं मिलने पर मारी पलटी

ऐसा माना जा रहा था कि उन्हें बीजेपी की तरफ से सेमरिया सीट से टिकट मिलना था, लेकिन जब यह तय हो गया कि बीजेपी उन्हें टिकट नहीं देने वाली है तो उन्होंने एक बार फिर से पलटी मार ली और कांग्रेस में वापसी करके विधानसभा का टिकट ले लिया.

2018 में भी कांग्रेस से मिला था टिकट

बता दें कि अभय मिश्रा को 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने रीवा सीट से उतारा था, उनका मुकाबला मध्य सरकार के वर्तमान मंत्री और रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला से था. अभय 18089 वोटों के अंतर से चुनाव हार गए थे. इसके बाद वह फिर से सेमरिया सीट की राजनीति में सक्रिय हो गए थे.

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रीवा से चुनाव लड़ाना चाहती थी कांग्रेस

सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अभय मिश्रा को रीवा से चुनाव लड़ाना चाहती थी, लेकिन उन्होंने सेमरिया से ही टिकट की मांग की. बताया जा रहा कि सेमरिया क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता अभय मिश्रा के खिलाफ थे. इसके लिए कार्यकर्ताओं ने पार्टी को पत्र लिखकर भी विरोध जताया था, लेकिन फिर भी अभय मिश्रा को कांग्रेस ने सेमरिया से टिकट दिया.

सेमरिया सीट में कांटे की टक्कर

भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान विधायक केपी त्रिपाठी एक बार फिर बीजेपी के प्रत्याशी हो सकते हैं. इस क्षेत्र में बीएसपी भी मजबूत स्थिति में है. पिछला चुनाव केपी त्रिपाठी ने यहां बीजेपी के टिकट से जीता था. इस बार सेमरिया में तीनों ही दलों के बीच कांटे की टक्कर होने वाली है.

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अभय मिश्रा और उनकी पत्नी बीजेपी से रह चुके हैं विधायक

अभय और उनकी पत्नी नीलम, दोनों सेमरिया से विधायक रह चुके हैं. अभय मिश्रा 2008 में बीजेपी के टिकट से चुनाव जीत कर सेमरिया से विधायक बने थे. इसके बाद 2013 में अभय मिश्रा की पत्नी नीलम अभय मिश्रा ने बीजेपी के टिकट से चुनाव जीता था. 2018 विधानसभा चुनाव के समय अभय मिश्रा कांग्रेस में शामिल हो गए थे. बीजेपी ने उनकी जगह केपी त्रिपाठी को टिकट दिया था. 2015 में अभय मिश्रा बीजेपी के टिकट से रीवा से जिला पंचायत अध्यक्ष भी बने थे.

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