Gwalior Crime: सरकारी बाबू बनाने के नाम पर ठगी! 4 लोगों को शिकार बना कर ऐंठे 28 लाख

आरोपियों ने सबसे पहले मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले शिवम रावत को अपने शिकार बनाया. शिवम से उन्होंने रेलवे में क्लर्क बनवाने की बात कही. इस दौरान शिवम ने अपने रिश्तेदारों के बारे में भी बताया. फिर आरोपियों ने शिवम के तीन रिश्तेदारों को भी झांसे में ले लिया. इसके बाद सभी आरोपियों ने कहा कि इसलिए उन्हें RPF में भर्ती होना चाहिए.

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सांकेतिक फोटो

Madhya Pradesh News in Hindi: ग्वालियर (Gwalior) ज़िले से ठगी की अनोखी घटना सामने आईं हैं. एक नर्स ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से ठगी की. इस फर्जीवाड़े में नर्स के दो दोस्त भी शामिल थे. घटना ग्वालियर के थाटीपुर की बताई जा रही है. पुलिस ने महिला नर्स और उसके दो दोस्तों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी महिला सिविल अस्पताल में नर्स के तौर पर काम करती थी. ये गिरोह लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगते थे. इन्होंने सबसे पहले रेलवे में क्लर्क और फिर RPF में सब इंस्पेक्टर बनवाने के नाम पर चार युवकों को अपना शिकार बनाया. इस एवज में आरोपियों ने लगभग 28 लाख रुपए ऐंठ लिए. यह सिलसिला पिछले दो महीने से जारी था. 

सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा 

इस मामले में खास बात यह है कि इसमें महिला नर्स ने ही ठगी की पूरी साजिश रची थी. इन लोगों से पैसे भी उसी के क्वार्टर पर लिए गए थे. आरोपियों ने सबसे पहले मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले शिवम रावत को अपने शिकार बनाया. शिवम से उन्होंने रेलवे में क्लर्क बनवाने की बात कही. इस दौरान शिवम ने अपने रिश्तेदारों के बारे में भी बताया. फिर आरोपियों ने शिवम के तीन रिश्तेदारों को भी झांसे में ले लिया. इसके बाद सभी आरोपियों ने कहा कि इसलिए उन्हें RPF में भर्ती होना चाहिए. युवक बेरोजगार थे इसलिए वे झांसे आ गए. ठगों ने उनसे धीरे-धीरे कर दो महीने के भीतर 28 लाख रुपए लेकर हड़प लिए. 

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'RPF में नौकरी लगवा देंगे' बोलकर ठगे 28 लाख

इस मामले में महिला नर्स की पहचान चंद्रलेखा जैन के रूप में हुई हैं. बाकी दो युवकों के नाम भानु प्रताप सिंह बैस और विक्रम सिंह राणा है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने चारों युवकों को जाली कॉल लेटर भी भेजे थे. जब उन्होंने मौके पर जाकर संपर्क किया तो पता चला कि फर्जी हैं....लेकिन सच सामने आने के बाद जब चारों युवकों ने अपने पैसे वापस मांगे तो महिला सहित दोनों आरोपियों ने पैसे लौटाने से साफ इंकार कर दिया. परेशान होकर शिवम रावत और उसके रिश्तेदारों ने पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है. इस मामले में पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. महिला नर्स चंद्रलेखा जैन की मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले शिवम रावत से अच्छी खासी पहचान थी. इसी का फायदा उठाकर उसने शिवम रावत के रिश्तेदारों को नौकरी का झांसा देकर यह चूना लगाया है. 

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