Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) होने वाले हैं. शहडोल जिले की तीनों विधानसभा (Assembly) से कांग्रेस (Congress) ने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. वहीं, भाजपा (BJP) ने भी दो सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. इसी के साथ प्रत्याशियों में टिकट को लेकर विरोध के सुर उठने लगे है. कांग्रेस ने जयसिंहनगर (Jaisinghnagar) से नरेंद्र मरावी (Narendra Maravi) को टिकट दिया है. तो ब्यौहारी (Byohari) से रामलखन सिंह (Ramlakhan Singh) को टिकट देकर अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं, जैतपुर (Jaitpur) से उमा धुर्वे (Uma Dhurve) को पहले ही कांग्रेस ने टिकट देकर प्रत्याशी बनाया है. टिकट का ऐलान होते ही अंसतुष्ट कांग्रेसियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है.
टिकट मिलने के बाद भी कांग्रेस के दावेदार नाराज़
जयसिंहनगर विधानसभा के दावेदार जयकरण सिंह ने नरेंद्र मरावी को कांग्रेस से प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध किया है. वहीं, जैतपुर से उमा धुर्वे के विरोध में कांग्रेस के दावेदार ललन सिंह तो तीन दिन पहले ही पार्टी छोड़ भाजपा में चले गए. टिकट घोषणा के बाद जयकरण सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी नाराज़गी जाहिर की. उन्होंने विरोध दर्ज करते हुए कहा कि सर्वे में मेरा नाम सबसे ऊपर होने के बाद भी बाहरी प्रत्याशी को टिकट दे दिया गया. जिस पर पार्टी को दोबारा विचार करना चाहिए. जयकरण ने कहा कि आखिर फिर पार्टी ने किस बात का सर्वे कराया है.
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भाजपा प्रत्याशी ने किया निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान
वहीं, टिकट की सूची जारी होते ही भाजपा में भी असंतोष और बगावत के सुर तेज़ हो गए है. शहडोल मुख्यालय की जयसिंहनगर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी मनीषा सिंह का विरोध भी शुरू हो गया है. पार्टी की गोहपारू महिला मंडल की अध्यक्ष और जिला पंचायत उपाध्यक्ष फूलमती सिंह तो खुलकर मनीषा सिंह के विरोध में उतर आई है. इन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. फूलमती का आरोप है कि पार्टी ने बाहरी को टिकट देकर उम्मीदवार बनाया है जिसका वो विरोध करती है. उनका कहना है कि अगर पार्टी प्रत्याशी नहीं बदलती तो फिर वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी.