Khandwa: खंडवा सीट पर कायम रहा रिवाज, फिर से खिला कमल... और बड़ी हो गई कांग्रेस की हार

खंडवा विधानसभा सीट पर इस बार भी BJP ने ही बाजी मारी है. पिछली बार की तरह इस बार के मुकाबले में भी कांग्रेस एक बार फिर जीत हासिल करने में नाकाम रही. इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कुन्दन मालवीय लगातार दूसरी बार करारी हार का सामना करना पड़ा. 

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खंडवा सीट पर कायम रहा रिवाज, फिर से खिला कमल

MP Elections: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Assembly Elections 2023) राज्य में मालवा क्षेत्र के खंडवा जिले में खंडवा विधानसभा क्षेत्र है, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. साल 2023 के चुनावों में खंडवा सीट से भारतीय जनता पार्टी को बहुमत हासिल हुई है. BJP उम्मीदवार कंचन मुकेश तन्वे ने 109067 वोट अपने नाम करते हुए कांग्रेस को शिकस्त दी. विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने कुन्दन मालवीय को मैदान में उतारा था.

कुन्दन मालवीय को कुल 71018 वोट मिले और वो 38049 वोटों से आभाव से हार गए. खंडवा सीट से बहुजन समाज पार्टी ने भी संदीप एटूट को मैदान में उतारा लेकिन वो भी पार्टी की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए और सियासी दौड़ में करीब 107960 वोटों से पीछे छूट गए. 

खंडवा पर BJP ने हासिल की बड़ी जीत 

पिछले विधानसभा चुनाव, यानी साल 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां कुल मिलाकर 246541 मतदाता थे, जिन्होंने BJP प्रत्याशी देवेंद्र वर्मा को 77123 वोट देकर जिताया था. उधर, कांग्रेस उम्मीदवार कुंदन मालवीय को 57986 वोट हासिल हो सके थे, और वह 19137 वोटों से हार गए थे.

खंडवा विधानसभा सीट पर इस बार भी BJP ने ही बाजी मारी है. पिछली बार की तरह इस बार के मुकाबले में भी कांग्रेस एक बार फिर जीत हासिल करने में नाकाम रही. इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कुन्दन मालवीय लगातार दूसरी बार करारी हार का सामना करना पड़ा. 

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साल 2018 में मध्य प्रदेश में 114 सीटें जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खाते में 109 सीटें आई थीं. बाद में कांग्रेस ने 121 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल के सामने पेश किया और कमलनाथ ने बतौर मुख्यमंत्री शपथ ली. लेकिन डेढ़ साल में ही राज्य में नया राजनीतिक तूफ़ान खड़ा हो गया, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक 22 विधायकों के साथ BJP में शामिल हो गए.

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इससे BJP के पास बहुमत हो गया और शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर मुख्यमंत्री बन गए. हालांकि इसके बाद राज्य में 28 सीटों पर उपचुनाव हुए और BJP 19 सीट जीतकर मैजिक नंबर के पार जा पहुंची.

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