Indore-5 Assembly Seat: इंदौर-5 सीट पर जीत का दूसरा नाम हैं महेंद्र हार्डिया, 20 साल से अजेय

Indore-5 Assembly Seat: इंदौर की विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 से लगातार पांच बार विधायक बनने वाले महेंद्र हार्डिया ने पहला चुनाव 2003 में भाजपा के टिकट पर ही कांग्रेस की शोभा ओझा को 5 हज़ार से ज्यादा वोटों से हराकर जीता था. 2008 में फिर कांग्रेस की शोभा ओझा को उन्होंने 5 हजार से अधिक वोटों से हराया. इसी तरह कांग्रेस के पंकज संघवी को उन्होंने 2013 में 14000 से ज्यादा वोटों से मात दी. 2018 में कांग्रेस के सत्यनारायण पटेल को उन्होंने 1132 वोटों से हराया. इस बार 2023 में महेंद्र हार्डिया ने पांचवीं बार कांग्रेस के सत्यनारायण पटेल को 15606 वोटों से हराया है.

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इंदौर-5 से पांचवीं बार विधायक बने महेंद्र हार्डिया

Indore-5 Assembly Seat: भारतीय जनता पार्टी के अजय योद्धा के रूप में एक और नाम इंदौर शहर की विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 से आता है और वह नाम है विधायक महेंद्र हार्डिया का. 2003 से अब तक लगातार सभी चुनाव भाजपा के इस विधायक ने जीते हैं. अगर उनकी जीत की बात करें तो यह विधायक इसलिए भी चुनाव जीतते आ रहे हैं क्योंकि वह अपनी विधानसभा में पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर उठकर जनता के बीच खासे लोकप्रिय हैं. तमाम धर्म और समाजों के बीच विधायक महेंद्र आइडिया विकास कार्य करने में कभी पीछे नहीं रहते.

विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 में उनका फोन हर मतदाता के लिए उठ जाता है. हर मतदाता की उनसे आसानी से बात हो जाती है. वह बात सुनते ही नहीं बल्कि उस पर अमल भी करते हैं. भाजपा के विधायक महेंद्र हार्डिया के नाम इस बात का भी एक रिकॉर्ड है कि उनके कार्यालय से स्वास्थ्य संबंधी एवं सरकार की तमाम जन हितेषी योजनाओं का लाभ उन्होंने अपने क्षेत्र क्रमांक-5 की जनता को बखूबी दिलाया है. उनके कार्यालय में आने वाले हर आवेदन का वह निराकरण करते हैं और क्षेत्र की जनता को कभी भी उनके कार्यालय से मायूसी नहीं मिलती है.

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काम नहीं आई पार्षदों की बगावत

विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 में नगरीय निकाय चुनाव के दौरान जब पार्षदों के टिकट काटे तो ऐसे तमाम पूर्व पार्षदों ने एक सिंडिकेट बना लिया और विधायक का टिकट कटाने में कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन वह अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाए. एक बार फिर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पसंद कहे जाने वाले महेंद्र हार्डिया को टिकट मिला और उन्होंने चुनाव में अपने उसी अंदाज में प्रचार भी किया. वह अपने कार्यकर्ताओं को तमाम हितग्राहियों तक पहुंचाकर उन्हें एक बार फिर विधायक बनाने की अपील करते नजर आए और यही उनका सबसे कारगर तरीका रहा.

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इस बार बन सकते हैं मंत्री

यही वजह रही कि वह एक बार फिर इस विधानसभा से विधायक बन सके. हालांकि महेंद्र हार्डिया इससे पहले 2008 में मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार में स्वास्थ्य राज्य मंत्री भी रहे हैं. पांच बार के विधायक को एक बार मंत्री बनने का मौका भी मिला लेकिन उसके बाद वह मंत्री नहीं बन पाए. हालांकि अब यही संभावना व्यक्त की जा रही है कि जन हितेषी योजनाओं का लाभ दिलाने वाले जनता के इस विधायक को एक बार फिर मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री पद से नवाजा जा सकता है. 

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महेंद्र हार्डिया की जीत का इतिहास

इंदौर की विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 से लगातार पांच बार विधायक बनने वाले महेंद्र हार्डिया ने पहला चुनाव 2003 में भाजपा के टिकट पर ही कांग्रेस की शोभा ओझा को 5 हज़ार से ज्यादा वोटों से हराकर जीता था. 2008 में फिर कांग्रेस की शोभा ओझा को उन्होंने 5 हजार से अधिक वोटों से हराया. इसी तरह कांग्रेस के पंकज संघवी को उन्होंने 2013 में 14000 से ज्यादा वोटों से मात दी. 2018 में कांग्रेस के सत्यनारायण पटेल को उन्होंने 1132 वोटों से हराया. इस बार 2023 में महेंद्र हार्डिया ने पांचवीं बार कांग्रेस के सत्यनारायण पटेल को 15606 वोटों से हराया है.

इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 में सबसे ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं. एक लाख से ज्यादा मुस्लिम मतदाताओं की इस विधानसभा में हर बार मुस्लिम वोट प्राप्त करने में महेंद्र हार्डिया को सफलता मिलती है. इस बार भी भाजपा के महेंद्र हार्डिया को 4000 के लगभग मुस्लिम वोट मिले हैं.